कंप्यूटर शिक्षक घोटाले के मामले में आखिरकार शिक्षा मंत्री ने भी मान लिया है कि इस पूरे खेल में जमकर कंपनियों ने धांधली की है। शिक्षामंत्री ने मामले में विभाग के ही कुछ आला अधिकारियों की मिलीभगत से भी इनकार नहीं किया है। मामले की जांच रिपोर्ट उनके पास आ चुकी है शीघ्र ही धांधली बरतने वाली कंपनियों पर कार्रवाई करने की बात कही है। प्रदेश में लगाए गए 2622 कंप्यूटर शिक्षकों से सिक्योरिटी व ट्रेनिंग के नाम पर वसूले गए करोड़ों रुपए के घोटाले को भास्कर ने ही सबसे पहले उजागर किया था। शिक्षा विभाग के निदेशक ने इस बात को माना था कि कंपनियों को सिक्योरिटी राशि लेने का कोई अधिकार नहीं है।
कंप्यूटर वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान बलराम दीमान का कहना है कि उन लोगों को आश्वासन नहीं बल्कि कार्रवाई चाहिए। जांच रिपोर्ट में खामियां पाई गई है तो तुरंत प्रभाव से कार्रवाई की जानी चाहिए तथा सिक्योरिटी राशि वापस दिलाई जानी चाहिए।
शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल का कहना है कि जांच रिपोर्ट आ चुकी है तथा उसमें कंपनियों की खामियां पाई गई है। सिक्योरिटी गलत तरीके से वसूली गई है। निश्चित तौर पर कंपनियों पर कार्रवाई होगी और उन अधिकारियों पर भी कार्रवाई होगी जिनके निरीक्षण में होते हुए भी कंपनियों ने धांधली की। db
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