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Monday, 28 April 2014

शिक्षामंत्री का आदेश बेकार, कम्पनी ने काटी शिक्षकोंं के मानदेय से सिक्योरिटी


रोहतक : कम्प्यूटर कम्पनी द्वारा शिक्षकों के साथ किए जा रहे शोषण पर शिक्षामंत्री गीता भुक्कल भले ही सख्त गई हों, लेकिन कम्पनियां उनके बयानों व जारी आदेशों के बाद भी कम्प्यूटर शिक्षकों के मानदेय से सिक्योरिटी काट रही  है। सर्विस कम्पनी ने जनवरी माह के मानदेय से 8,000 व फरवरी के मानदेय से 4000 रुपए काट लिए  है। कम्पनी द्वारा दो महीने के मानदेय से 12 हजार रुपए काटे जाने पर शिक्षक परेशान हैं। शिक्षकों का कहना है कि कम्पनी के आगे शिक्षामंत्री का आदेश बेकार है। 
सरकारी विद्यालयों में कम्प्यूटर शिक्षा पढ़ाने वाले शिक्षको को विभाग ने सर्विस कम्पनी के माध्यम से लगा रखा है। जिले सहित झज्जर, पानीपत, सोनीपत व करनाल में भूपेन्द्र सोसाइटी ने शिक्षकों की पूर्ति की है। कम्पनी ने जिले में 160 शिक्षक लगा रखे है। कम्पनी द्वारा निर्धारित मानदेय में भारी कटौती की जा रही है। 25 अप्रैल की शाम को जैसे ही शिक्षकों को यह मैसेज मिला तो शिक्षकों के होश उड़ गए कि आखिर शिक्षामंत्री के आदेश के बाद भी कम्पनी नहीं मान रही है। यह रुपए कम्पनी ने इसलिए काटे हैं कि अभी तक निर्धारित 24 हजार रुपए की सिक्योरिटी में से महज कम्पनी ने 8000 रुपए ही काटे थे। इस सम्बद्ध में कम्पनी के प्रोजेक्ट मैनेजर अमित कुमार से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। 
शिक्षामंत्री ने यह दिया था बयान 
सर्विस कम्प्यूटर की तीनों एजेंसियों द्वारा कम्प्यूटर शिक्षकों के शोषण पर शिक्षामंत्री गीता भुक्कल सख्त हुई थी। उन्होंने माना था कि कम्पनियों ने गलत तरीके से सिक्योरिटी ली है। कम्प्यूटर शिक्षकों से ली गई सिक्योरिटी को कम्पनी वापस करेंगी। शिक्षामंत्री के लगातार आ रहे बयानों पर कम्पनी ध्यान न देते हुए सिक्योरिटी लेने में जुटी हुई है। 
अब 17 मई करेंगे आंदोलन 
कम्प्यूटर शिक्षक एसोसिएशन के जिला प्रधान जगजीत नांदल ने कहा कि हम 17 मई से पंचकुला में शिक्षा निदेशक कार्यालय के सामने अनिश्चितकालीन धरना देंगे। उन्होंने कहा कि कम्पनी ने शिक्षामंत्री के आदेश के बाद भी मानदेय में से पैसा काट लिया है।                                             db

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