चंडीगढ़ : निजी स्कूलों में गरीब बच्चों को दाखिला दिलाना शिक्षा विभाग के गले की फांस बन चुका है। अवकाश होने के बावजूद रविवार को विभाग के अधिकारी दाखिला सूची जारी करने के लिए ड्रा निकालने की तैयारी में जुटे रहे। विभाग ने निर्णय लिया है कि उन्हीं कक्षाओं में दाखिला के लिए प्रदेश स्तरीय ड्रा निकाला जाएगा, जिनमें सीटों से अधिक आवेदन आए हैं।शिक्षा विभाग पहली व दूसरी कक्षा में गरीब बच्चों के दाखिला के लिए ड्रा निकालने की तिथि 22 अप्रैल निर्धारित कर चुका है। पंचकूला में ड्रा निकाला जाएगा। इसके बाद अन्य कक्षाओं में दाखिला की प्रक्रिया शुरू होगी। नियम 134 ए के तहत निजी स्कूलों में मुफ्त दाखिला के लिए प्रदेश में लगभग साठ हजार बच्चों ने आवेदन किया है। प्रदेश में 26 लाख परिवार आर्थिक रूप से कमजोर श्रेणी में आते हैं। हाईकोर्ट के आदेशानुसार निजी स्कूलों में इन परिवारों के गरीब बच्चों को दस प्रतिशत आरक्षण दिया जाना है। आदेश के मुताबिक तो 2 लाख 60 हजार गरीब बच्चों को निजी स्कूलों में दाखिला मिलना चाहिए, लेकिन आवेदन मात्र साठ हजार ही इस बार आए हैं। निजी स्कूल संचालक तो साठ हजार बच्चों को भी दाखिला देने में आनाकानी कर रहे हैं, लेकिन अभिभावकों के आगे उनकी एक नहीं चल रही है। दो जमा पांच मुद्दे जनआंदोलन के अध्यक्ष सत्यवीर हुड्डा का कहना है कि विभाग को पहली व दूसरी कक्षा के आवेदनों के अलावा गरीब बच्चों की सूची दाखिला के लिए जिला एवं खंड शिक्षा अधिकारियों व निजी स्कूलों को भेज देनी चाहिए, चूंकि बाकी कक्षाओं में खाली सीटों से अधिक आवेदन नहीं आए होंगे। dj
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