** पहली से 10वीं कक्षा तक की पढ़ाई ई-लर्निंग पैटर्न पर होगी, पांच एजेंसियों को सीबीएसई ने जारी किया स्टडी मैटेरियल का काम
अब अगर किसी सीबीएसई विद्यार्थी का होम वर्क रह गया है तो उसे और उसके शिक्षक को परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। क्योंकि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) बोर्ड से संबद्ध सभी स्कूलों में ऐसी व्यवस्था करने जा रहा है जिससे पढ़ाई का स्वरूप सहज हो जाएगा। कक्षा एक से दसवीं तक की पढ़ाई ई-लर्निंग पैटर्न पर होगी। बोर्ड ने ऑनलाइन स्टडी मैटीरियल उपलब्ध कराने वाली पांच एजेंसियों को चुन भी लिया है, जिनका कंटेंट बेहतर है।
बोर्ड की ओर से ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों स्तरों पर इन एजेंसियों से स्टडी मैटीरियल लेने के लिए स्कूलों को निर्देश जारी किए गए हैं। जिससे स्कूलों में कंटीन्यूज एंड कंप्रहेंसिव इवेल्यूशन (सीसीई) पैटर्न की पाठ्य सामग्री ऑनलाइन उपलब्ध हो सके। हालांकि ऑफलाइन डिजिटल सामग्री स्कूलों को पेनड्राइव में उपलब्ध कराई जाएगी। विदित हो कि सोनीपत में पिछले माह ही एक निजी कंपनी ने स्कूलों का दौरा कर बता दिया था कि अब स्कूलों में ऑनलाइन सामग्री मुफ्त मुहैया करवाई जाएगी। सीबीएसई के रिसर्च ऑफिसर नवीन मणि ने इस बाबत सभी स्कूलों को दिशा निर्देश जारी भी कर दिए हैं।
यह है सीसीई पैटर्न :
पढ़ाई के समय छात्रों के सामने विषय को समझने में आने वाली कठिनाइयों को दूर करने के लिए स्टडी कंटेंट का सरलीकरण किया गया और उसे इनोवेशन के साथ जोड़ा गया है। इसके अलावा क्षेत्रीय भाषा का भी उसमें समावेश किया गया। जिससे कंटेंट और समझ के सरलीकरण से छात्रों में विषय के प्रति बेहतर समझ बने। अध्ययन के इस लचीलेपन और इसी के आधार पर छात्रों के मूल्यांकन की पद्धति को सीसीई कहा गया है।
यह है ऑनलाइन कंटेंट में :
सहोदय के अध्यक्ष वीके मित्तल ने बताया कि लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम (एमएमएस) पर फोकस रहेगा। इसमें अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और हिंदी में पत्र लेखन विषय शामिल होगा। कोर्स का डिजाइन टर्म वाइज किया गया है। खास बात यह है कि इसमें छात्रों का एसेसमेंट फॉरमेटिव और सममेटिव होगा। एक कॉशन बैंक बनेगा, जिसमें कक्षा एक से दस तक के छात्रों के लिए 1000 प्रश्न होंगे। इसके अलावा रिक्त स्थानों को भरने, मल्टीपल च्वाइस कॉशन, सही और गलत, क्विज, प्रोजेक्ट, प्रेक्टिकल, सुझाव एक्टीविटी, क्रॉसवर्ड पजल, लाइफ स्किल आदि चीजों को शामिल किया गया है।
छात्रों में होगा इन क्षमताओं का विकास
इस ऑनलाइन कंटेंट से छात्रों में विषय की समझ बढऩे से वह प्रोफिशियेंसी टेस्ट, प्रोब्लम सोलविंग टेस्ट, परफॉर्मेंस एनालिसिस टेस्ट, प्रैक्टिस पेपर और एप्टीट्यूड टेस्ट को लेकर बेहतर क्षमता विकसित होगी। इसमें छात्रों से सरल और कठिन दोनों तरह के प्रश्नों को एक निश्चित अनुपात में पूछकर उनकी क्षमताओं का आकलन किया जाएगा।
dbsnpt
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