** आरोप : गुस्साए अभिभावकों ने कहा- जानबूझकर किया ऐसा, स्कूल प्रशासन को दी शिकायत
हिसार : हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कैंपस स्कूल को शहर के नामी स्कूलों में गिना जाता है। मगर सोमवार को यहां इससे उलट मामला सामने आया। नौवीं कक्षा के एक सेक्शन के पच्चीस विद्यार्थी गणित विषय में दो प्रयासों के बाद भी पास नहीं हो सके। यह मामला तब सुर्खियों में आया है जब अपने बच्चों के फेल होने से गुस्साए अभिभावकों ने स्कूल में धावा बोल दिया। उन्होंने प्रिंसिपल से खराब परिणाम को तुरंत बदलने की मांग की। अभिभावकों ने आरोप लगाया कि टीचर ने बच्चों से बदला लिया है। परीक्षा परिणाम खराब आने का आरोप एक टीचर पर जड़ दिया।
दरअसल, स्कूल के एक कार्यक्रम में बच्चों ने बेस्ट टीचर का अवॉर्ड इस टीचर को देने के बजाय दूसरी टीचर को दिया। ऐसे में टीचर ने रंजिश निकाली और बच्चों को पास नहीं किया। अभिभावकों ने टीचर पर आरोप लगाया कि टीचर ने जानबूझकर कर विद्यार्थियों को फेल किया है। उसकी शिकायत उन्होंने स्कूल प्रशासन और कंट्रोलिंग ऑफिसर को भी दी। साथ ही उन्हें चेताया कि यदि परिणाम नहीं बदला गया तो वे चुप नहीं बैठेंगे।
कल तक की दी चेतावनी
अभिभावकों ने कहा कि वे स्कूल प्रधानाचार्य और कंट्रोलिंग आफिसर से मिले हैं। उन्होंने उन्हें इस मामले में कार्रवाई का मंगलवार का समय दिया है। यदि इसके बाद भी परिणाम नहीं बदला तो वे इस मामले में उपायुक्त से मिलेंगे। बुधवार को वे सभी एकत्रित होकर स्कूल प्रशासन से मिलेंगे। यदि परिणाम नहीं बदला तो वे बड़े स्तर पर कदम उठाएंगे।
नॉलेज : सीबीएसई के नियमानुसार हर विषय में 25 प्रतिशत अंक जरूरी
प्रिंसिपल जगमिंद्र सिंह ने कहा कि इस बार सीबीएसई ने नियमों में बदलाव किया है। पहले इंटरनल व एक्सटर्नल दोनों अंक जोड़कर विद्यार्थी को पास के लिए 33 प्रतिशत अंक लेने होते थे। इस बार आदेश है कि लिखित परीक्षा में विद्यार्थी के न्यूनतम 25 प्रतिशत अंक तो चाहिए। इसके बाद इंटरनल अंक जुड़ेंगे। इन बच्चों को मैथ में 25 अंक भी नहीं मिले।
स्कूल प्रधानाचार्य जगमिंद्र सिंह ने बताया कि नियमानुसार आठवीं तक तो बच्चों को फेल कर ही नहीं सकते। नौवीं में उनका पेपर लिया गया है उसमें वे एक या दो विषयों में फेल है। दोबारा भी वे पेपर पास नहीं कर पाए। अभिभावकों ने इस पर रोष जताया और शिक्षिका के खिलाफ शिकायत दी है। इससे कंट्रोलिंग अधिकारी डॉ. अश्वनी गोयल को अवगत करवाया दिया है। वे भी मौके पर पहुंच गए थे और पूरे मामले से अवगत है। अब एचएयू प्रशासन या सीबीएसई बोर्ड इस मामले में कोई फैसला लेकर आदेश देगा तो उनके आदेशानुसार आगामी कार्रवाई की जाएगा।
यह था मामला
एचएयू के कैंपस स्कूल में नौवीं के बी सेक्शन में कई बच्चे गणित के पेपर में फेल हो गए। स्कूल ने उनका एक बार फिर से परीक्षा ली। उसमें भी विद्यार्थी पास नहीं हो पाए। बच्चों के दोबारा फेल होने की बात पता लगते ही अभिभावक एकत्रित होकर कैंपस स्कूल में पहुंचे और परिणाम बदलने की मांग की। अभिभावक के अनुसार करीब 25 बच्चों को फेल किया गया है।
बच्चों से लिया बदला
एक विद्यार्थी की मम्मी ने आरोप लगाया कि पिछले साल स्कूल में एक कार्यक्रम हुआ था। उसमें बच्चों से बेस्ट टीचर के बारे में पूछा गया। उन्होंने दूसरी शिक्षिका को बेस्ट टीचर का पुरस्कार दे दिया। इस पर स्कूल टीचर ने बदला लिया है और बच्चों को पेपर में फेल कर दिया। 14 अभिभावकों ने लिखित में टीचर के खिलाफ शिकायत दी है। db
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