** मास्टर वर्ग एसोसिएशन की जींद में हुई राज्यस्तरीय बैठक में लिया निर्णय
हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन ने रेशनेलाइजेशन का निर्णायक एवं जोरदार विरोध करने का फैसला किया है। प्रथम चरण में 24 अप्रैल को उपायुक्तों के माध्यम से रेशनेलाइजेशन के विरोध तथा संगठन की मांगों के समर्थन में ज्ञापन दिए जाएंगे। 27 अप्रैल को मुख्यमंत्री से मिलकर ज्ञापन दिया जाएगा। 4 मई को झज्जर में शिक्षा मंत्री निवास पर विशाल प्रदर्शन किया जाएगा और 18 मई से झज्जर में अनिश्चितकालीन धरना व अनशन शुरू किया जाएगा।
इस आशय का फैसला रविवार को जाट धर्मशाला में हुई एसोसिएशन की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में किया गया। प्रदेशाध्यक्ष रमेश मलिक व मुख्य संरक्षक सतपाल बूरा ने कहा कि सभी मांगों पीजीटी पदोन्नति में विषय हटाकर पदोन्नति करना आदि मांगें भी शामिल रहेंगी।
कक्षा का आकार बढ़ाना अधिकार का हनन
शिक्षक नेताओं ने कहा कि विभाग द्वारा जारी रेशनेलाइजेशन का फार्मूला पूरी तरह शिक्षा तथा उसके मौलिक अधिकार का उल्लंघन है। शिक्षा के मौलिक अधिकार के अनुसार कक्षा का आकार 35 छात्रों से बड़ा नहीं हो सकता, जबकि विभाग कक्षा का आकार 51 छात्रों से भी बड़ा करने जा रहा है। विषयों को साप्ताहिक पीरियड आठ से घटाकर पांच या छह पीरियड प्रति सप्ताह किए जा रहे हैं। एक सीआरपी लागू करने से पाठ्यपुस्तकों में निर्धारित पाठ्यक्रम पढ़ाने के लिए 40 दिन कम हो गए हैं। dbjnd
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