हिसार : गुरु जंभेश्वर यूनिवर्सिटी एसोसिएशन (गजुटा) के सचिव प्रो. संजीव कुमार ने गजुट प्रधान पर आरोप लगाने के बाद अब कुलसचिव पर अपने बेटे को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया है। कंसलटेंसी में कथित गोलमाल के मुद्दे के बीच आए इस आरोप के बाद जीजेयू में विवाद तेज हो गया है।
पिछले कई दिनों से कंसलटेंसी का मुद्दा विश्वविद्यालय में छाया हुआ है। उसमें गजुटा प्रधान पर भी विश्वविद्यालय को पैसा नहीं जमा करने का आरोप लगा था। उसी बीच कुलसचिव पर आरोप आने के बाद एक नया विवाद शुरू हो गया है। गजुटा सचिव प्रो. संजीव कुमार ने जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में आरोप लगाया कि उन्होंने आरटीआइ के माध्यम से विश्वविद्यालय से कागज मांगे थे। उन कागजों के आधार पर प्रो. संजीव ने सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि कुलसचिव ने अपने पद पर रहते हुए उसका दुरुपयोग किया है। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन से वर्तमान कुलसचिव को पदविमुक्त करने की मांग भी की। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि एक पद के लिए सारे नियम बदले गए। प्रो. संजीव ने कहा कि कुलसचिव ने अपने बेटे को फायदा पहुंचने के बाद नियम बदले। वहीं वह इस मामले को कोर्ट में भी विचाराधीन होने की बात कह रहे है।
जीजेयू में पिछले काफी दिनों से पर्यावरण विभाग में कंसलटेंसी में कथित गोलमाल का मुद्दा छाया हुआ है। लेकिन बीच में यह आरोप आने के बाद विवाद थमता नहीं दिख रहा है। विश्वविद्यालय के कुलसचिव ने कहा कि अदालत में मामला विचाराधीन है वह कुछ नहीं कह सकते। dj
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