** दूरस्थ स्नातक परीक्षा में नहीं बैठ सकेंगे फर्जी विद्यार्थी
भिवानी : अब दूसरे की जगह परीक्षा में बैठकर एग्जाम देना आसान नहीं होगा। यूनिवर्सिटी ने फर्जी परीक्षार्थियों पर नकेल कसने के लिए परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने से पहले आईडी प्रूफ दिखाना अनिवार्य किया है। इतना ही नहीं परीक्षा के दौरान एक्जामिनर और फ्लाइंग सदस्य परीक्षार्थी के आईडी प्रूफ की जांच करेंगे। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय ने यह व्यवस्था नियमित विद्यार्थियों के लिए नहीं, बल्कि दूरस्थ केंद्रों से अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों के लिए की है। इसके साथ-साथ री अपीयर की परीक्षा देने वालों को भी परीक्षा में बैठने से पहले अपना आईडी प्रूफ दिखाना होगा।
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय से संबद्ध केंद्रों में दूरस्थ शिक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत अप्रैल से परीक्षाओं का दौर शुरू होने जा रहा है। इन परीक्षाओं को लेकर सभी कालेजों को यूनिवर्सिटी ने हिदायतें जारी कर दी हैं। अकेले भिवानी जिला में एमडीयू दूरस्थ शिक्षा के ही करीब 200 केंद्र स्थापित हैं, लेकिन इस बार इन सभी को परीक्षा केंद्र नहीं बनाया गया है। करीब 60 हजार विद्यार्थी दूरस्थ शिक्षा से जुड़े हुए हैं। इनमें से तीन हजार री अपीयर परीक्षा में बैठने वाले हैं। सूत्रों की मानें तो यूनिवर्सिटी ने यह कदम इसलिए उठाया है कि दूरस्थ शिक्षा केंद्रों पर अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों का समुचित विवरण के साथ रिकार्ड उपलब्ध नहीं होता, इसी का फायदा उठाकर कई बार परीक्षार्थी अपनी जगह दूसरे को बैठा देते हैं। इस तरह की गड़बड़ी यूनिवॢसटी प्रशासन की पकड़ में आ चुकी हैं। फर्जी परीक्षार्थी की संभावनाओं पर विराम लगाने की नीयत से ही यह व्यवस्था की गई है।
बैठने से पहले आईडी प्रूफ दिखाना होगा
"परीक्षार्थी को परीक्षा में बैठने से पहले अपना कोई भी आईडी प्रूफ दिखाना अनिवार्य किया गया है। इसमें वो अपना चालक लाइसेंस, वोटर आईडी कार्ड, राशनकार्ड या फिर आधार कार्ड दिखा सकता है। बिना आईडी प्रूफ के किसी भी उम्मीदवार को परीक्षा में नहीं बैठने दिया जाएगा।"--एचएस चहल, वीसी, एमडीयू, रोहतक। db
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