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Tuesday, 22 April 2014

12वीं के स्टूडेंट अब ऑनलाइन देख सकेंगे आंसरशीट

** बोर्ड ने जारी की नई री-इवैल्यूएशन गाइडलाइंस, उम्मीद के मुताबिक नंबर नहीं तो स्टूडेंट्स 10 सवालों को दोबारा करा सकते हैं चेक
** रीचेकिंग: आंसरशीट में मिले नंबरों का टोटल चेक किया जाएगा 
** रीइवैल्यूएशन: सवाल को फिर से चेक किया जाएगा और नंबर दिए जाएंगे 
चंडीगढ़ : सीबीएसई ने 12वीं के स्टूड़ेंट्स के लिए ऐसा सिस्टम शुरू किया है कि वह रिजल्ट आने के बाद अपनी आन्सरशीट्स ऑनलाइन देख सकेंगे। पहले यह सुविधा नहीं थी। स्टूडेंट्स कयास के आधार पर ही रीचेकिंग कराते थे। अब साफ पता चल जाएगा कि किस सवाल के कितने नंबर मिले। इसके साथ ही री-इवैल्यूएशन का नया सिस्टम शुरू किया गया है। इसके तहत अगर स्टूडेंट को लगता है कि उसे किसी सवाल के जवाब पर कम नंबर दिए गए हैं, तो वह उस सवाल को रीइवैल्यूएट करा सकता है। यानी सवाल के जवाब को दोबारा जांचा जाएगा और नंबर दिए जाएंगे। 
दरअसल सीबीएसई ने 12वीं क्लास के लिए नई री-इवैल्यूएशन गाइडलाइंस जारी की हैं। गाइडलाइंस के मुताबिक स्टूडेंट्स एक सब्जेक्ट के 10 सवालों को री-इवैल्यूएट करने के लिए ऑनलाइन एप्लाई कर सकते हैं। हर सवाल के लिए फीस भरनी होगी, जो अभी तय होनी है। 
इस कदम से प्रोसेस ज्यादा ट्रांसपेरेंट होगा 
"स्टूडेंट्स री-इवैल्यूएशन के लिए ऑनलाइन ही एप्लाई कर सकेंगे। इस सिस्टम से एग्जामिनेशन प्रोसेस में ज्यादा पारदर्शिता रहेगी। स्टूडेंट्स को पता रहेगा कि उसे किस आंसर के कितने नंबर मिले हैं, कितने काटे गए हैं।"--रमा शर्मा, प्रवक्ता, सीबीएसई नई दिल्ली 
पेरेंट्स के सामने आएगी पेपर की सच्चाई 
सीबीएसई की काउंसलर और डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर-15 की प्रिंसिपल डॉ राकेश सचदेवा का कहना है कि बोड के इस नए सिस्टम से पेरेंट्स खुद देख सकेंगे कि उनके बच्चे ने एग्जाम में क्या किया है। अक्सर पेरेंट्स कहते हैं कि बच्चे का पेपर तो बहुत अच्छा हुआ था, लेकिन नंबर कम आए। पहले पेरेंट्स को पता नहीं चलता था कि असल में उनके बच्चे ने पेपर में क्या किया है। यह सराहनीय है, इससे स्टूडेंट्स को फायदा ही होगा। 
पहले 
  • आंसरशीट्स नहीं देख सकते थे 
  • सिर्फ रीचेकिंग करा सकते थे, वो भी कयास के आधार पर की नंबर गलत जोड़े गए होंगे 

नई गाइडलाइंस के मुताबिक 
  • ऑनलाइन आंसरशीट मंगा सकते हैं 
  • लगता है कि नंबर गलत जोड़े गए हैं तो रीचेकिंग करा सकते हैं 
  • लगता कि नंबर कम दिए गए हैं तो री-इवैल्यूएट करा सकते हैं

यह होगी फीस :  
  • 10 रुपए में आरटीआई के तहत एप्लाई कीजिए 
  • 500 रुपए फीस आंसरशीट के लिए देनी होगी 
  • रीइवैल्यूएशन की फीस अभी तय होनी है                                       db


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