चंडीगढ़ : मानव संसाधन विकास मंत्रलय के साक्षर भारत मिशन का जिम्मा हरियाणा में प्रतिनियुक्ति के स्टाफ पर रहेगा। अनुबंध पर नियुक्तियां न होने के कारण शिक्षा विभाग ने मिशन को प्रतिनियुक्ति पर स्टाफ लेकर आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है। प्रदेश में कार्यक्रम को लागू करने के लिए राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण नोडल एजेंसी है।
मिशन को फलीभूत करने के लिए प्राधिकरण और शिक्षा विभाग सेवानिवृत्त प्रिंसिपल, हेडमास्टर और लेक्चरर की सेवाएं लेने के प्रयास में थे, लेकिन मासिक मानदेय कम होने के कारण किसी ने रूचि नहीं दिखाई। अब मानव संसाधन विकास मंत्रलय की ओर से मिशन को जल्द लागू करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है, इसलिए विभाग ने नियमित प्रिंसिपल, हेडमास्टर और लेक्चरर की सेवाएं लेने का फैसला किया है।
इन्हें प्रतिनियुक्ति पर भिवानी, फरीदाबाद, हिसार, जींद, कैथल, महेंद्रगढ़ और करनाल की जिला लोक शिक्षा समिति में मिशन समन्वयक नियुक्त किया जाएगा। हर जिले की समिति में एक प्रिंसिपल, एक हेडमास्टर और एक लेक्चरर शामिल होगा।
प्रतिनियुक्ति पर जाने वाले शिक्षकों को इसकी जानकारी सेकेंडरी शिक्षा विभाग के महानिदेशक को देनी होगी। 30 नवंबर तक इसका फैसला करना होगा। आवेदक को ई-मेल के जरिए ही अपना पूरा विवरण भी भेजना होगा। राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के सदस्य सचिव की ओर से इसकी जानकारी भी जिला शिक्षा अधिकारियों को भेज दी गई है। वे सभी प्रिंसिपल, हेडमास्टर और लेक्चरर को प्रतिनियुक्ति पर जाने के बारे में बताएंगे।
ये है साक्षर भारत मिशन
साक्षर भारत मिशन लंबे समय से देश में मानव संसाधन विकास मंत्रलय द्वारा चलाया जा रहा है। स्कूल शिक्षा विभाग इसकी निगरानी करता है। इसके तहत पंद्रह से 35 वर्ष के उन लोगों को शिक्षित किया जाएगा, जो आधारभूत शिक्षा ग्रहण करने की उम्र पार कर चुके हैं। लेकिन, शिक्षित होने के इच्छुक हैं। इन्हीं लोगों को जिला लोक शिक्षा समिति के तहत बेसिक शिक्षा दी जाएगी। हरियाणा में साक्षर भारत मिशन पूरी तरह से लागू नहीं है।
प्रतिनियुक्ति के लिए पात्रता शर्त
- पचास प्रतिशत अंकों के साथ पोस्ट ग्रेजुएशन होना जरूरी
- अंग्रेजी और हिंदी पढ़ाने में महारत
- हिंदी और अंग्रेजी में लेखन दक्षता
- कंप्यूटर और सूचना प्रौद्योगिकी का बेहतर ज्ञान। dj
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