पानीपत : गुरुजी का केस अब दफ्तरों में पेंडिंग नहीं रहेगा। 30 नंवबर, 2014 तक सारे मामले निपटा दिए जाएंगे। केस पेंडिंग रहने पर अधिकारी तलब होंगे। निदेशालय से ऐसे अधिकारियों पर शिकंजा कसा जाएगा। सरकारी कामकाज में सुधार के लिए यह कदम उठाया गया है।
गुरुजी के मेडिकल केस से लेकर, एसीपी, पदोन्नति, अवकाश व अन्य मामले डीईओ व डीईईओ कार्यालय में निपटाए जाते हैं। दफ्तरों में तैनात बाबू व अधिकारियों की लेटलतीफी से एक केस का निपटारा करने में कई माह लग जाते। फाइल अटकने से कहासुनी की नौबत भी आ जाती है। कामकाज में देरी से शिकायती फाइलों का निदेशालय में अंबार लगने लगता है। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने 15 दिनों से ज्यादा समय से लंबित मामलों के निपटान के आदेश दिए। डीईओ व डीईईओ हर हाल में 30 नवंबर तक गुरुजी के लंबित फाइलों का निपटान करेंगे। लेकिन इसके बावजूद भी 15 नवंबर तक प्राप्त केसों का निपटारा किसी कारणवश नहीं हो पता है तो एक दिसंबर 2014 को लंबित केसों के कारण सहित निदेशालय में सुबह 9.30 बजे उपस्थित होंगे। जो केस मुख्यालय स्तर पर पेंडिंग है।
स्पेशल टर्म में सुलझाएंगे केस
निदेशालय स्तर पर लंबित गुरुजी के केसों को सुलझाने के लिए विशेष अवधि (स्पेशल टर्म) निर्धारित की जाएगी। सामूहिक रूप से ऐसे मामले निपटाने के लिए अलग से कार्यक्रम जारी होगा। स्पेशल टर्म के दौरान भी 15 नवंबर तक प्राप्त केस ही सुलझाए जाएंगे। dj
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