हिसार : अब एक क्लिक से ही सीबीएसई स्कूलों का प्रोग्रेस कार्ड आंखों के सामने होगा। सीबीएसई ने वेबपोर्टल सारांश तैयार किया है। जिसके आधार पर एडमिशन से लेकर वर्ष भर तक नंबर वन का राग अलापने वाले सीबीएसई स्कूल संचालकों पर नकेल कसी जाएगी।
सीबीएसई स्कूल संचालकों में एक-दूसरे सेे आगे निकलने की होड़ लगी रहती है। इसी कारण स्कूल में ज्यादा से ज्यादा दाखिले करने के लिए संचालक अभिभावकों के सामने नंबर वन होने की दावे ठोकते रहते हैं, लेकिन उनके दावों में सच्चाई पचास फीसदी भी नहीं रहती। अब ऐसे स्कूलों पर लगाम कसने के लिए सीबीएसई ने वेबपोर्टल सारांश तैयार किया है।
सीबीएसई ने स्कूल के सेल्फ रिव्यू के लिए वेबपोर्टल सारांश तैयार किया है। इसे टीचर्स, स्कूल और विषय में इम्प्रूवमेंट की स्थिति जानने के लिए बनाया गया है। सारांश के जरिए स्कूल भी अपने शैक्षिक प्रदर्शन का स्तर देख सकेंगे। इस पर चार्ट, ग्राफिक्स और मैट्रिक्स का इस्तेमाल भी किया गया है। वेबपोर्टल पर सीबीएसई स्कूलों का पिछले सात साल का रिकाॅर्ड उपलब्ध होगा। स्कूल में बच्चे, टीचर्स और उसकी रैंकिंग देखकर अभिभावक उसका चुनाव कर सकते हैं। इसके अलावा स्कूल के फीस के ढांचे और उसकी सुविधा को भी ऑनलाइन किया जाएगा।
विषयवार आंकलन
क्लास के हर बच्चे का विषय के हिसाब से आंकलन किया जाएगा। इसके साथ ही बच्चे की पूरे वर्ष की रिपोर्ट तैयारी जाएगी। इसमें वर्ष भर बच्चे ने किस विषय में क्या परफार्मेस दिखाई और उसका क्या परिणाम रहा आदि की पूरी जानकारी मिलेगी।
वेबसाइट पर शो होगा डाटा
सारांश के तहत नौ से 12 वीं तक के विद्यार्थी के प्रदर्शन की मॉनीटरिंग होगी। पोर्टल पर 10वीं का 2007 से और 12वीं का 2009 से लेटेस्ट सेशन तक पूरा रिकाॅर्ड डाला जाएगा। सीबीएसई विषय के इसी डाटा के आधार पर स्कूल की रिपोर्ट तैयार करेगा। db
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