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Sunday, 23 November 2014

साल बाद भी नहीं पहुंचे पढ़ाने के लिए छह विषयों के टीचर्स

** पुलिस लाइन स्थित कन्या स्कूल की 600 छात्राओं के भविष्य से हो रहा है खिलवाड़ 
अम्बाला सिटी : शिक्षा विभाग प्रदेश सरकार भले ही लड़कियों को उच्च स्तर पर शिक्षा सुरक्षा देने के बड़े-बड़े दावे करती हो, लेकिन हकीकत कुछ अोर ही बयां कर रही है। दरअसल सिटी की पुलिस लाइन स्थित राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में पिछले एक साल से अध्यापकों की कमी होने के कारण स्कूल में पढ़ने वाले करीब 600 छात्राओं की शिक्षा पर गहरा असर पड़ रहा है, वहीं दूसरी ओर स्कूल में कोई चौकीदार होने से स्कूल लड़कियों की सुरक्षा राम भरोसे है। पिछले एक साल से स्कूल में चौकीदार अध्यापक होने के कारण स्कूल में पढ़ने वाली लड़कियों को काफी परेशानियों को सामना करना पड़ रह है। ऐसा नहीं है कि शिक्षा विभाग के अधिकारी स्कूल लड़कियों की इस समस्या को नहीं जानते। वे इस समस्या से भली-भांति परिचित हैं। सब कुछ जानते हुए भी तो शिक्षा विभाग इस ओर ध्यान दे रहा है और ही उच्च अधिकारी। प्रदेश सरकार शिक्षा विभाग की लापरवाही का खामियाजा स्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं को भुगतना पड़ रहा है। 
पांच विषयों के नहीं है टीचर्स : 
लड़कियों के इस स्कूल में पिछले एक वर्ष से हिस्ट्री, मैथ, फिजिक्स, पीटीआई, कैमिस्ट्री विषयों के अध्यापक नहीं हैं। इससे कक्षा छठी से लेकर 12वीं तक की छात्राओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अध्यापकों की कमी के चलते परीक्षा परिणाम पर भी गहरा असर पड़ रहा है। 
राजकीयकन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में इस समय 600 छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रही हैं। स्कूल में 5 विषयों के टीचर्स होने के वजह से छात्राओं को उन विषयों के लिए पैसे खर्च कर निजी संस्थानों में जाकर पढ़ने को मजबूर होना पड़ रहा है। 
नहीं लगे सीसीटीवी कैमरे : 
स्कूल में लड़कियों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाने का प्रावधान हैं। लेकिन अभी तक यहां सीसीटीवी कैमरों की कोई व्यववस्था नहीं की गई है। 
"स्कूल में पिछले एक वर्ष से पांच विषयों के अध्यापक नहीं है, जिससे छात्राओं की पढ़ाई पर गहरा असर पड़ रहा है। स्कूल की इस समस्या को लेकर कई बार स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के सदस्य पूर्व शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल से भी मिले थे। इतना ही नहीं कुछ दिन पूर्व वे भी जिला शिक्षा अधिकारी वंदना गुप्ता से मिले चुके हैं। जिस पर डीईओ ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही स्कूल में अध्यापकों की व्यवस्था की जाएगी।"-- सतपालगर्ग, प्रिंसिपल राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, अम्बाला सिटी                                                   db

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