** घेराव करने से पहले ही गेस्ट अध्यापकों की मांग कर दी पूरी
कैथल : शिक्षा विभाग ने एक दिन पहले रिलीव किए गए गेस्ट टीचर्स को वापस नौकरी पर ले लिया है। गेस्ट टीचर्स ने बीईईओ कार्यालय के घेराव की चेतावनी दी थी, लेकिन शिक्षा विभाग ने घेराव करने से पहले ही अपने आदेशों को वापस ले लिया है।
आगामी आदेश तक नहीं हटाया जाएगा
शिक्षा निदेशालय के आगामी आदेशों तक किसी भी गेस्ट को हटाया नहीं जाएगा। हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ के जिला प्रधान सुभाष चंद राज्य संयोजक राजेंद्र शर्मा शास्त्री ने कहा कि सोमवार को १९ सरप्लस गेस्ट अध्यापकों को रिलीव कर दिया था। रिलीव करने से क्षुब्ध अतिथि अध्यापक संघ ने मौलिक खंड शिक्षा अधिकारी के घेराव करने का निर्णय लिया। अतिथि अध्यापक घेराव करने के लिए सुबह ११ बजे वहां पहुंच गए। लेकिन मौलिक खंड शिक्षा अधिकारी ने गेस्ट अध्यापकों की मांग मान ली। शिक्षा निदेशालय के आगामी आदेशों तक अतिथि अध्यापकों को हटाया नहीं जाएगा। मांग पूरी होने के बाद अध्यापकों ने घेराव का कार्यक्रम रद्द कर दिया। सुभाष चंद राजेंद्र शास्त्री ने आरोप लगाया कि सरप्लस अतिथि अध्यापकों को हटाने का शिक्षा निदेशालय ने कोई भी पत्र जारी नहीं किया है।
कैथल ब्लाॅक में ही इस प्रकार के आदेश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि अतिथि अध्यापक वर्ष 2005 से स्कूलों में पढ़ा रहे हैं। पिछली सरकार भी सात-आठ वर्षों से नियमित करने का आश्वासन देती रही, लेकिन अतिथि अध्यापकों को नियमित नहीं किया। जबकि अतिथि अध्यापक नियमित होने की सभी शर्तें पूरी करते हैं, लेकिन उन्हें नियमित नहीं किया जा रहा है। बीजेपी सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले अतिथि अध्यापकों को नियमित करने का आश्वासन दिया था। लेकिन अभी तक कोई रिस्पांस नहीं मिला है।
शिक्षा निदेशालय जो भी निर्देश देगा उन्हें लागू किया जाएगा
खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी सुरेंद्र मोर ने बताया कि सरप्लस अतिथि अध्यापकों को कार्यमुक्त करने के जो आदेश दिए थे। उन्हें आगामी आदेशों तक वापस लिया जाता है। सरप्लस अध्यापकों के लिए शिक्षा निदेशालय जो भी निर्देश देगा उन्हें लागू किया जाएगा। db
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