सिरसा : सीडीएलयू में पीएचडी स्कॉलर पाल सिंह के बाद एक ओर दलित छात्र के उत्पीड़न का मामला सामने आया है। पीएचडी स्कॉलर प्रदीप कुमार को बार बार एक ही पेपर में फेल किया जा रहा है। प्रदीप कुमार ने बताया कि वह कंप्यूटर साइंस विभाग में पीएचडी का स्कॉलर हूं। सितंबर 2013 में उसे सिमुलेशन एंड माडलिंग के पेपर में फेल कर दिया गया। मई 2014 में फिर दोबारा इसी पेपर में फेल किया गया। स्कॉलर ने आरटीआई से इसकी जानकारी मांगी। आरटीआई में पता चला कि उसके दो प्रश्नों को चेक ही नहीं किया गया।
स्कॉलर ने इन प्रश्नों को दोबारा से चेक करवाने की मांग की, मगर रिजल्ट में कोई बदलाव नहीं आया। प्रदीप कुमार ने कहा कि उसने यूजीसी और नेट (कंप्यूटर साइंस) क्वालीफाई करने के बावजूद एंट्रेस के द्वारा मैरिट के आधार पर पीएचडी में दाखिला लिया। जिस विषय में उसे फेल किया जा रहा है, उसी विषय में एमसीए में उसने 60 प्रतिशत अंक प्राप्त किए है।
"छात्रोंकी उत्तरपुस्तिकाएं चेक करते समय किसी भी जाति या मजहब का कोई लेना देना नहीं है। प्रदीप के अनुरोध पर नियमों के तहत उसकी कॉपी चेक करवा दी गई। उसके वेतन का मामला परीक्षा शाखा से संबंधित नहीं है।"-- प्रवीण अगमकर, परीक्षानियंत्रक, सीडीएलयू db
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