रोहतक : एमडीयू की परीक्षा के दौरान ड्यूटी से बचने वाले 44 प्राध्यापकों को एमडीयू प्रशासन ने नोटिस जारी कर दिया है। यही नहीं उच्चतर शिक्षा विभाग को भी संबंधित प्राध्यापकों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए चिट्टी लिखे जाने से हड़कंप की स्थिति है। यही नहीं वर्तमान में चल रही सेमेस्टर परीक्षा में ड्यूटी में कोताही बरतने वाले प्राध्यापकों की संबंधित कालेज प्राचार्यों से लिस्ट भी मांगी गई है।
एमडीयू रोहतक के परीक्षातंत्र में आ रही खामियों में सबसे बड़ा सवाल कालेज प्राध्यापकों द्वारा परीक्षा ड्यूटी में बेरूखी बरतना था। इसी कमी को दूर करने के लिए एमडीयू प्रशासन ने योजनाबद्ध तरीके से काम करते हुए ऐसे प्राध्यापकों को सबक सिखाने की सोची, जो परीक्षा ड्यूटी को बेवजह दरकिनार कर रहे थे। मई -2014 में सेमेस्टर परीक्षाओं के दौरान परीक्षा ड्यूटी देने से बचने वाले विभिन्न कालेजों के 44 प्राध्यापको को नोटिस जारी किए गए हैं। विवि के परीक्षा नियंत्रक डा. बीएस सिंधु ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि इस संबंध में उच्चतर शिक्षा विभाग को चिट्ठी लिखी जा चुकी है।
उन्होंने साफ किया कि नवंबर- दिसंबर 2014 की सेमेस्टर परीक्षा में ड्यटी से गैर हाजिर प्राध्यापकों के संबंध एक सप्ताह के अंदर कालेज प्राचार्यों से ईमेल से रिपोर्ट मांगी गई है।
परीक्षा ड्यूटी से लेकर पेपर जांच करने में एमडीयू रोहतक के परीक्षा नियंत्रक द्वारा कालेज प्राचार्यों से हर बार प्राध्यापकों की सूची मांगी जाती है, ताकि उनकी ड्यूटी लगाई जा सके। लेकिन अब तक यह वैकल्पिक होने के कारण वरिष्ठ प्राध्यापक द्वारा ड्यूटी देने से मना करने पर कालेज प्राचार्य शर्मा जाते थे। अपनी इस स्थिति को लेकर वह वरिष्ठ प्राध्यापक को परीक्षा ड्यूटी देने के लिए मजबूर करने की स्थिति में भी नहीं थे। नए निर्देश एसे कालेज प्राचार्यों को राहत मिल जाएगी।
परीक्षा नियंत्रक बीएस सिंधु का कहना है कि एमडीयू प्रशासन लगातार परीक्षा ड्यूटियों के दौरान प्राध्यापकों को चेतावनी देता रहा है, लेकिन पिछले काफी समय से प्राध्यापकों द्वारा बहाना बनाकर ड्यूटी से बचने की कोशिश की गई हैं। dt
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