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Friday, 21 November 2014

एक दिसंबर से स्कूल लेवल पर शुरू होगा स्पैट

** सरकार फैसले के बाद स्पैट में बदलाव या टेस्ट समाप्त करने की सभी अटकलों पर लगा विराम 
भिवानी : स्पैट का इंतजार करने वाले खिलाड़ियों के लिए खुशखबरी है। प्रदेश सरकार ने युवा प्रतिभाओं को तलाशने तराशने के उद्देश्य से शुरू की गई स्कॉलरशिप योजना स्पैट (साइंटिफिक एंड फिजिकल एप्टीट्यूड टेस्ट) कराने के दिशा-निर्देश दे दिए हैं। 
सरकार के इस फैसले के बाद स्पैट में बदलाव स्पैट को समाप्त करने की संभावनाओं पर भी विराम लग गया है। 18 नंवबर को सरकार ने प्रदेश भर के जिला खेल अधिकारियों की बैठक को चंडीगढ़ मुख्यालय पर बुलाया था और करीब तीन घंटे तक चली बैठक के बाद स्पैट को एक दिसंबर से स्कूली लेवल पर शुरू करवाने का निर्णय लिया गया। उल्लेखनीय है कि हर साल स्पैट अगस्त सितंबर माह में शुरू हो जाती थी। लेकिन विधानसभा चुनाव के कारण स्पैट को टाल दिया गया था। अक्टूबर माह बीतने के साथ खिलाड़ियों को लगने लगा था कि इस साल स्पैट नहीं होगा। तभी एक उम्मीद जगी और सरकार ने स्पैट पर फैसला लेने के लिए पांच नंवबर को चंडीगढ़ मुख्यालय पर जिला खेल अधिकारियों की बैठक को आमंत्रित किया था। लेकिन उसी दौरान प्रदेश सरकार का विधानसभा सत्र शुरू हुआ और बैठक को रद्द करना पड़ा। जगी हुई उम्मीद दोबारा टूट गई। इसके बाद दोबारा से 18 नंवबर को बैठक को बुलाया गया। इसी बीच बरवाला में बाबा रामपाल को गिरफ्तार करना सरकार के लिए सिर दर्द बन चुका था और खिलाड़ियों को लगा था कि कहीं इस बार भी सरकार तिथि को आगे बढ़ा दे। 
लेकिन सरकार ने इतने बवाल के बावजूद स्पैट पर फैसला लेने के लिए निश्चित की गई तिथि 18 नंवबर को प्रदेश भर के जिला खेल अधिकारियों की बैठक ले स्पैट करवाने के फैसले का हरी झंडी दे दी। इस बारे में जिला खेल अधिकारी छाजूराम गोयत ने बताया कि सरकार ने स्पैट स्पर्धा को एक दिसंबर से शुरू कराने के दिशा निर्देश दिए हैं। एक दिसंबर से स्पैट स्कूली लेवल पर शुरू होगी। इसके बाद ब्लॉक स्तर पर और उसके बाद जिला स्तर पर होगी। 
इस बार खिलाड़ियों को गुजरना होगा इस प्रक्रिया से 
स्पर्धा में किसी प्रकार के भेदभाव के आरोप लगे इसके लिए भी खास प्लान तैयार किया गया है। जिसके तहत पहले टेस्ट से ही आयु जानने का मेडिकल टेस्ट, सत्यापित आयु प्रमाण पत्र एवं स्कूल आईडी प्रूफ की सत्यापित कॉपी जमा होगी। टेस्ट बाहर से भेजे गए कोचों द्वारा लिए जाएंगे। यहां के कोचों की ड्यूटी दूसरे जिलों में लगाई जाएगी। हाथ और प्रमाणपत्र पर इवेंट मुहर टेस्ट के हिसाब से लगाई जाएगी। अर्थात बच्चा अगर किसी ट्रायल में भाग ले रहा है तो भाग लेने से पहले इसकी मुहर प्रमाणपत्र एवं हाथ पर लगेगी। हर राउंड में ये सभी ओरिजनल दस्तावेज दिखाने एवं फोटो कॉपी जमा कराने जरूरी होंगी। जिससे मौजूद दस्तावेजों से मिलाप करा ही टेस्ट देने की अनुमति दी जाए। हर बार के दस्तावेज मुख्यालय में भी भेजे जाएंगे। जहां पर उनकी परख की जाएगी।                                  db

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