.

.

Breaking News

News Update:

How To Create a Website

Wednesday, 26 November 2014

इग्नू के कंपिटेंसी बेस्ड कोर्स

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) का स्कूल ऑफ हेल्थ साइंस कई दक्षता-आधािरत शैक्षणिक कोर्स करवाता है। इनमें मेडिकल, नर्सिंग तथा पैरामेडिकल एवं एलायड कोर्स शामिल हैं। ये सभी कोर्स डिस्टेंस लर्निंग मोड से हैं। कॉलेजों और जिला स्तर पर अस्पतालों के नेटवर्क के माध्यम से विभिन्न विधियों से ट्रेनिंग प्रदान की जाती है। इग्नू ने विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूनिसेफ, स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय, एसोसिएशन ऑफ रूरल सर्जन ऑफ इंडिया तथा ट्रेंड नर्सेज एसो. ऑफ इंडिया से भी केलोबोरेशन किया है। कोर्स निम्न हैं :
पीजी डिप्लोमा इन जेरिएट्रिक मेडिसन : 
एमबीबीएस की इंटरनशिप के बाद यह एक वर्षीय डिप्लोमा है। यह कोर्स बुजुर्गों के इलाज आदि को ध्यान में रखकर तैयार किया है। उपयुक्त पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल डिग्री किसी भी फील्ड में आजकल करनी बहुत मुश्किल है। ऐसे में यह कोर्स संबंधित क्षेत्र की जरूरी जानकारी एवं ट्रेनिंग दे देता है। बुजुर्गों को मेडिकल सुविधाएं मुहैया कराने के क्षेत्र में संभावनाएं उम्दा हैं।
क्लिनिकल कार्डियोलोजी के पीजी डिप्लोमा : 
कार्डियोलोजी के स्पेशलिस्ट कम हैंतथा दिल की बीमारियां बढ़ रही हैं। ऐसे में गैप भरने को यह दो वर्षीय कोर्स एमबीबीएस डाक्टरों के लिए इग्नू ने शुरू किया है। यह एमसीआई से मान्यताप्राप्त है। इसके अलावा पीजी डिप्लोमा इन एचआईवी मेडिसिन, पीजी डिप्लोमा इन हॉस्पिटल व हेल्थ मैनेजमेंट भी इग्नू ऑफर कर रही है।
बीएससी नर्सिंग कोर्स : 
यह कोर्स 3 से 5 वर्ष में पूर्ण होता है। यह दसवीं या डिप्लोमा के बाद होता है। नयी हेल्थ जरूरतों के हिसाब से यह डिग्री नर्सिंग प्रोफेशनल को ट्रेंड करती है व नयी जानकारी देती है।
डिप्लोमा इन क्रिटिकल केयर नर्सिंग : 
इस कोर्स की अधिकतम अवधि 3 साल व न्यूनतम एक वर्ष है। अति गंभीर मरीजों के लिए यह नर्सों को नर्सिंग केयर की एडवांस जानकारी तथा स्किल मुहैया करवाता है।                                                            dt

No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.