नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के स्कूलों में बच्चों के दाखिले के लिए अभिभावकों को किस कदर कठिनाई से गुजरना होता है, मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी को इसका बखूबी अहसास है। देश की शिक्षा मंत्री होने के बावजूद उन्हें भी अपने दोनों बच्चों का दिल्ली में दाखिला कराने के लिए एक आम अभिभावक की तरह स्कूल में जाकर इंटरव्यू का सामना करना पड़ा था।
ईरानी ने बताया कि वह स्कूल में होने वाली शिक्षक अभिभावक मीटिंग (पीटीएम) में नियमित रूप से भाग लेती हैं। बकौल ईरानी, ‘वास्तव में मेरा इंटरव्यू लिया गया था। स्कूल की प्रिंसिपल और शिक्षकों ने मुङो और मेरे पति से शैक्षणिक पृष्ठभूमि को लेकर गहराई से पूछताछ की और उस आधार पर हमारा मूल्यांकन किया। बच्चों के साथ भी सवाल-जवाब का चला।’ उन्होंने आगे बताया, मैंने दोनों बच्चों और पति को दिल्ली आने के लिए किसी तरह मनाया।’ दिल्ली आने से पहले हमें बच्चों के दाखिले का इंतजाम करना था। स्कूल में हम पति-पत्नी को इंटरव्यू के दौर से गुजरना पड़ा।
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