चंडीगढ़ : शिक्षकों की वर्षो पुरानी मांगें सुलझाने के लिए जल्द ही समन्वय समिति अस्तित्व में आ सकती है। शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा ने शिक्षक नेताओं से मुलाकात के दौरान इसके संकेत दिए हैं। समिति में स्कूल शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों व शिक्षक संगठनों के अध्यक्षों एवं महासचिव में से किसी एक को प्रतिनिधि के तौर पर शामिल किया जाएगा।
मौलिक और सेकेंडरी शिक्षा विभाग के अंतर्गत सभी शिक्षकों के मुद्दे समन्वय समिति ही सुलझाएगी। रविवार को शिक्षा मंत्री और शिक्षक नेताओं के बीच हुई मुलाकात में भी इस पर चर्चा हुई है। शिक्षा मंत्री इसके पक्ष में हैं और उन्होंने जल्द ही शिक्षा विभाग को समिति गठित करने के निर्देश देने का आश्वासन दिया है। शिक्षा निदेशालय में शिक्षकों की अनेक मांगों लंबित पड़ी हुई हैं। इसमें से अधिकांश जायज हैं, जिनका निपटारा तुरंत होना चाहिए, लेकिन विभाग के अधिकारी उचित कार्रवाई नहीं कर रहे। यही कारण कि शिक्षकों को आए दिन धरना-प्रदर्शन करने पड़ते हैं। हरियाणा स्कूल मास्टर वर्ग एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश मलिक ने बताया कि शिक्षा मंत्री के साथ वार्ता सकारात्मक रही है। प्रो. रामबिलास शर्मा ने हर समस्या का जल्द विभागीय बैठक बुलाकर समाधान करने का आश्वासन दिया है। वे समन्वय समिति बनाने के भी पक्ष में हैं। उन्होंने प्रमुख रूप से मंत्री के समक्ष मौलिक स्कूल मुख्याध्यापकों को द्वितीय श्रेणी का दर्जा देने और सभी मिडिल स्कूल मुख्याध्यापकों को आहरण एवं वितरण शक्तियां शीघ्र देने की मांग उठाई है। dj
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