** प्रदेशभर के सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ाने को शिक्षा विभाग की कवायद
कैथल : सरकारी स्कूलों में लगातार बच्चों की घटती संख्या को बढ़ाने के लिए शिक्षा विभाग नई योजना शुरू करने जा रहा है। इसके अगर घर से स्कूल दूर हो तो आने-जाने का किराया बच्चों को दिया जाएगा। पहली से आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले प्रदेशभर के करीब 20 लाख बच्चे इससे लाभान्वित होंगे।
जिलेभर के 378 प्राइमरी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की संख्या 56,512 है। इसके अलावा 64 मिडल स्कूलों में 41,436 बच्चे पढ़ रहे हैं। प्राइमरी से मिडिल स्कूल तक पढ़ने वाले बच्चों की संख्या 97,948 है। जबकि प्रदेशभर में पहली से आठवीं कक्षा तक पढ़ने वाले बच्चों की संख्या करीब साढ़े 20 लाख है।
सीधे बैंक खाते में पहुंचेगी राशि
योजना के तहत अगर विद्यार्थी के घर से स्कूल एक किलोमीटर दूर है तो उसे प्रतिमाह 300 रुपए किराए के तौर पर मिलेंगे। इसी प्रकार दो से तीन किलोमीटर की दूरी के लिए 400 रुपए और तीन से चार किलोमीटर की दूरी के लिए 500 रुपए विद्यार्थी के बैंक खाते में डाले जाएंगे। दिलचस्प होगा की विभाग की यह योजना कितनी कारगर हो सकती है।
हर वर्ष करोड़ों रुपए खर्च
सरकार स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ाने के लिए हर वर्ष करोड़ों रुपए खर्च करती है। पहली से आठवीं तक पढ़ने वाले विद्यार्थियों को अन्य सुविधाओं के साथ-साथ मिड डे मील भी दिया जाता है। पहली से पांचवीं तक के बच्चों पर 3.59 रुपए और छठी से आठवीं तक के बच्चों पर 5.38 रुपए प्रतिदिन मिड-डे मिल के तौर पर प्रति बच्चे के हिसाब से खर्च किया जा रहा है।
प्रस्ताव आया तो करेंगे पालन
"स्कूल प्रबंधन समिति ने द्वारा प्रस्ताव पारित करके ऐसी जानकारी दी जा सकती है। हमारे पास अभी तक ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं आया है। अगर प्रस्ताव आएगा तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।'- -शमशेर सिंह सिरोही, डिप्टीडीईओ कैथल db
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