** शिक्षकों की भर्ती के लिए नई व्यवस्था जल्दी ही करने का दावा
चंडीगढ़ : हरियाणा की भाजपा सरकार ने हुड्डा सरकार में लगे हरियाणा स्टाफ सलेक्शन कमीशन (राज्य कर्मचारी चयन आयोग) के चेयरमैन और सदस्यों को पद से हटा दिया है। शिक्षकों की भर्ती के लिए बनाया गया हरियाणा स्कूल शिक्षक भर्ती बोर्ड भी भंग कर दिया है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में ये अहम फैसले हुए हैं। हुड्डा सरकार के कार्यकाल में राज्य कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन और सदस्यों की नियुक्तियां हुई थी। विजय कुमार चेयरमैन के पद पर कार्यरत थे और सदस्यों में विनय शर्मा, अशोक जैन, राम शरण भोला, ललित कुमार बुटाना, प्रताप मुद्गल और परमवीर शामिल थे। आयोग के सचिव पीडी वर्मा पहले की तरह काम करते रहेंगे। उन्हें फिलहाल नहीं हटाया गया है। कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हरियाणा स्कूल शिक्षक भर्ती बोर्ड भी विवादों में रहा है। इस भर्ती बोर्ड की कार्य प्रणाली पर हाईकोर्ट भी सवाल खड़े कर चुका है। खजान सिंह सांगवान चेयरमैन और ज्ञानचंद सहोता, जगदीश प्रसाद, डा. सरीना महाजन, त्रिभूवन प्रकाश बोस सदस्यों में शामिल थे। यह पूरा बोर्ड भंग कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष व सदस्यों की सेवाएं समाप्त करने के बाद अब नए सदस्यों की नियुक्तियां कोलीजियम के माध्यम से करवाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि हरियाणा अध्यापक भर्ती बोर्ड के भंग होने के बाद शिक्षकों की भर्ती के लिए व्यवस्था की जा रही है। इस बारे में जल्दी ही सूचना दे दी जाएगी।
नियुक्तियों में नहीं आएगी कोई बाधा
मुख्यमंत्री खट्टर ने बताया कि हरियाणा लोक सेवा आयोग द्वारा हरियाणा सिविल सेवा (एचसीएस) के 55 अधिकारियों की नियुक्तियों के लिए हुड्डा सरकार ने जो प्रक्रिया चालू कर रखी है, उसे जारी रखा जाएगा। समीक्षा रिपोर्ट सरकार के पास पहुंची
मुख्यमंत्री खट्टर ने बताया कि पिछली कैबिनेट मीटिंग में हुड्डा सरकार के 23 विभागों के जिन 115 फैसलों की समीक्षा का फैसला लिया गया था, उनमें से अधिकतर की रिपोर्ट आ गई है। कुछ फैसलों को हम बरकरार रखेंगे। dj
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