अम्बाला : सरकारी स्कूलों में बच्चों को जो मिड डे मील दिया जा रहा है उसकी क्वालिटी और हाइजनिक में सुधार आने वाला है। शिक्षा विभाग अन्य जिलों की तर्ज पर मिड-डे मील तैयार करने का ठेका इस्कॉन को देने जा रहा है। यह कदम विभाग ने मिड-डे मील में शिकायतों को लेकर उठाया है। विभाग के इस कदम से जिले के 850 स्कूलों के लगभग 1 लाख से ज्यादा बच्चों को यह सुविधा मिलेगी। डीसी के माध्यम से विभाग के पास इस कार्य के लिए लेटर जारी कर दिया गया है। जल्द ही जिले के सरकारी स्कूलों में इस्कॉन के द्वारा मिड-डे मिल मिलना शुरू हो जाएगा।
सरकार के इस कदम से स्कूलों में मिड-डे मील को लेकर हो रही धांधली टीचरों का मिड-डे मील के लिए सहयोग देना खत्म होगा। विभाग के द्वारा स्कूलों में मिड-डे मील बनवाने के लिए लगाए हुए कुक को भी नहीं हटाया जाएगा। इस्कॉन को ठेका देने के बाद स्कूलों में लगे हुए कुक का कार्य आए मिड-डे मील की डिलीवरी लेना इसके बाद इसे स्कूल में बच्चों को बांटने का होगा। इससे टीचरों को बच्चों को मिड-डे मील नहीं बांटना होगा।
ये रहेगा मेन्यू:
मिड-डे मील के मेन्यू में मीठा दलिया, राजमा-चावल, कढ़ी-चावल, पूरी छोले, खीर, हलवा-पूरी आदि जैसे खाने परोसे जाएंगे। विभाग द्वारा यह भी मॉनिटरिंग की जाएगी कि इस्कॉन द्वारा दिए जाने वाली खाने की गुणवत्ता ठीक है या नहीं।
यहां होंगे इस्कॉन के किचन
इस्कॉन द्वारा जिले में तीन किचन बनाए जाएंगे। जिले में 6 ब्लाॅक हैं। जिसमें विभाग द्वारा इस्कॉन के बनाए जाने वाले एक किचन को दो ब्लाॅकों के स्कूलों में मिड-डे मील की डिलीवरी देनी होगी। कैंट सिटी के स्कूलों के लिए एक किचन, नारायणगढ़ बराड़ा के लिए एक किचन, शहजादपुर साहा के लिए अलग से किचन बनाया जाएगा।
"विभाग की ओर से लेटर जारी हो चुका है। इस्कॉन को जल्द ही मिड-डे मील बनाने का कार्यभार सौंप दिया जाएगा। अब कुकों को खाना नहीं बनाना पड़ेगा, वहीं दूसरी ओर टीचर्स को भी पहले की तरह अपनी क्लास छोड़े मिड-डे-मील का तैयार करते समय कुकों के पास खड़े होकर अपना टाइम वेस्ट नहीं करना पड़ेगा"-- धर्मवीरकादियान, डीईओ, अम्बाला सिटी
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