पानीपत/हिसार/रोहतक/अम्बाला : प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षा स्तर सुधारने की दिशा में सबसे अहम बात निकलकर आई है कि 8वीं तक पास करने का सिस्टम बदले और परीक्षा परिणाम शिक्षकों की परफॉरमेंस से जोड़ा जाए।
"...ताकि अच्छे स्कूलों में पढ़े हरियाणा' की मुहिम के तहत भास्कर ने रविवार को 5 बड़े सेंटरों पानीपत, रोहतक, हिसार, अम्बाला, फरीदाबाद में "टॉक शो' कराया। शिक्षाविद, प्रिंसिपल, ओपिनियन मेकर्स, बोर्ड के अधिकारी एक मंच पर आए। समस्या पर बेबाकी से बात रखी। समाधान सुझाए। 'टॉक शो' बोर्ड के मुख्यालय, भिवानी में भी किया गया। अधिकारियों ने भी अपने विचार साझा किए। 10वीं और 12वीं बोर्ड का 50 साल में सबसे खराब रिजल्ट आने पर भास्कर ने ग्राउंड रिपोर्ट की। इसमें सामने आया था कि स्कूल बदहाल और बुनियादी सुविधाएं खस्ताहाल हैं।
'टॉक शो' में निकले समाधान
- शिक्षकों के नियमित प्रशिक्षण के लिए सिस्टम बने। शिक्षकों के ऊपर से पढ़ाई के अतिरिक्त कामों का दबाव अधिक है। इसे खत्म किया जाए।
- स्कूल में हर दिन कम से कम छह घंटे पढ़ने और पढ़ाने का सही माहौल सुनिश्चित किया जाए। शिक्षकों की भर्ती की जाए
- 5वीं और 8वीं में बोर्ड परीक्षा हो। नकल रोकने के लिए बोर्ड सख्त कदम उठाए। छात्र की क्लास में 75% उपस्थिति अनिवार्य हो, तभी प्रमोट किया जाए। सेमेस्टर प्रणाली खत्म हो।
- बोर्ड, सरकार, अध्यापकों और अभिभावकों में तालमेल के लिए एक कोआॅर्डिनेशन कमेटी बनाई जाए। नियमित अंतराल पर बैठक की जाए। छात्र-छात्राओं के सुझाव भी लिए जाए। db
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