भिवानी : देशभर में छात्र एवं प्रशिक्षु अध्यापकों को बीएड की पढ़ाई के दौरान अब केवल प्रेक्टिस टीचिंग नहीं करनी होगी, बल्कि उन्हें स्कूलों में पांच माह की इंटर्नशिप करनी अनिवार्य होगी। इंटर कॉलेज में एक माह की जगह चार माह तक पढ़ाना होगा।
राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद ने इसको लेकर बीएड कॉलेजों एवं विश्वविद्यालयों में एक पत्र भेजा है। बीएड के दो साल किए जाने के बाद यह निर्देश जारी किए गए हैं। भावी शिक्षकों में गुणवत्ता लाने को नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (एनसीटीई) ने यह मापदंड जारी किए हैं। प्रशिक्षु शिक्षकों एवं छात्रों को प्रथम वर्ष प्रैक्टिस टीचिंग के साथ एक माह व दूसरे वर्ष चार माह की इंटर्नशिप करनी होगी।
कंप्यूटर शिक्षा जरूरी
एनसीटीई द्वारा कॉलेजों एवं विश्वविद्यालयों को निर्देश दिए गए हैं कि प्रशिक्षार्थियों को बीएड की पढ़ाई के दौरान कंप्यूटर शिक्षा अनिवार्य करनी होगी। इससे छात्र पावर प्वाइंट प्रेजंटेशन, गूगल सर्च व ग्राफिक्स समेत अन्य विषयों की शिक्षा प्राप्त करेंगे। इसका उद्देश्य छात्र-छात्रओं को उन स्कूलों के अनुकूल तैयार करना है, जिनमें शिक्षकों का हाईटेक व अपडेट होना जरूरी हो गया है।
गाइडलाइन जारी
एनसीटीई के सहायक सचिव डॉ. अनिल शुक्ला का कहना है कि कॉलेजों एवं विश्वविद्यालयों में इस सत्र से बीएड कोर्स को दो साल किए जाने के बाद प्रशिक्षु अध्यापकों की पढ़ाई को लेकर नई गाइडलाइन जारी की गई है। dj
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