चंडीगढ़ : प्रदेश सरकार ने लेक्चरर बनने का इंतजार कर रहे हजारों शिक्षकों को बड़ी राहत दी है। स्कूल शिक्षा विभाग के निर्णय के अनुसार अब लगभग साढ़े सात हजार मास्टर और सीएंडवी शिक्षक प्रोन्नत होकर लेक्चरर बन सकेंगे। शिक्षा निदेशालय द्वारा प्रोन्नति के लिए पूर्व में तय नियमों के अनुसार मात्र 690 शिक्षकों को ही लेक्चरर बनने का मौका मिल रहा था। मास्टरों और सीएंडवी इसका विरोध कर रहे थे। शिक्षकों के हितों पर कुठाराघात कर रही प्रमोशन की शर्त को अब शिक्षा विभाग ने नियमों की सूची से हटा दिया है।
शिक्षा विभाग ने नियमितीकरण और एमए पास करने की तिथि के अनुसार प्रमोशन के लिए आवेदन मांगे थे। इसमें सभी विषयों के मास्टरों को प्रमोशन कोटे का लाभ नहीं मिल रहा था। शिक्षकों के विरोध के बाद विभाग ने अब नए सिरे से प्रमोशन केस के लिए जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। अब नियमितीकरण व एमए पास करने की तिथि के बजाए 1 जनवरी 2014 तक प्रमोशन के लिए पात्र सभी मास्टर और सीएंडवी आवेदन कर सकेंगे। नए निर्देशों के मुताबिक नियमितीकरण की तिथि और एमए पास करने का पेंच खत्म हो गया है। सेकेंडरी शिक्षा निदेशक ने सभी जिला अधिकारियों से 23 जून तक सभी पात्र मास्टरों के दस्तावेज और प्रमाण पत्र प्रमोशन प्रक्रिया पूरी करने के लिए हर हाल में शिक्षा निदेशालय को भेजने के लिए कहा है। प्रमोशन प्रक्रिया पर आपत्ति दर्ज कराने की तिथि शिक्षा निदेशालय ने 25 जून निर्धारित कर दी है।
प्रमोशन के लिए ये देने होंगे दस्तावेज
- जांच व शिकायत न होने का प्रमाण पत्र
- कोर्ट केस लंबित न होने का प्रमाण पत्र
- 2003-04 से 2014-15 तक की एसीआर शीट
- शिक्षक संबंधित विषय में कम से कम पचास प्रतिशत अंकों के साथ विवि से पास हो
- कर्मचारी फीडर कैडर में दो वर्ष का शैक्षणिक अनुभव पूरा करता हो
- जिला शिक्षा अधिकारी से प्रमाणित कराने होंगे सभी दस्तावेज। dj
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