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Tuesday, 30 June 2015

अतिथियों के हटने से बिना शिक्षक चार सौ स्कूल

चंडीगढ़ : हरियाणा के सरकारी स्कूलों से अतिथि अध्यापकों को आनन-फानन में हटाना छात्रों पर भारी पड़ने वाला है। 3581 सरप्लस गेस्ट को हटाने से करीब चार सौ मिडिल स्कूलों में एक भी शिक्षक नहीं रह गया है। ये स्कूल पूरी तरह से गेस्ट पर आधारित थे, यहां एक भी स्थायी शिक्षक नहीं था। पहली जुलाई यानि बुधवार से ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद स्कूल दोबारा से शुरू हो रहे हैं, ऐसे में इन स्कूलों का पूरा जिम्मा मौलिक मुख्याध्यापकों पर आ जाएगा। हटाए गए सभी गेस्ट छठी से आठवीं कक्षा को पढ़ा रहे थे इसलिए इन स्कूलों में शिक्षकों का संकट पैदा हो गया है। स्कूल शिक्षा विभाग को बिना शिक्षक वाले स्कूलों में व्यवस्था सुचारू करने पर पसीने छूट रहे हैं। मिडिल स्कूलों में वैसे ही मास्टरों की कमी है। नौवीं और दसवीं कक्षा भी अब अधिकांश स्कूलों में टीजीटी को ही लेनी पड़ रही है, चूंकि इन स्कूलों में कार्यरत लेक्चरर को शिक्षा विभाग सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में भेज चुका है। ऐसे में दूसरे स्कूलों से शिक्षकों का अस्थायी तबादला करने में भी मुश्किल आ रही है। मौलिक शिक्षा विभाग के निदेशक आरएस खरब ने सभी जिला व खंड मौलिक शिक्षा अधिकारियों को जल्द शिक्षकों का समायोजन करने के निर्देश जारी किए हैं। खंड शिक्षा अधिकारियों को भेजे पत्र में कहा गया है कि वे अपने क्षेत्र के मिडिल स्कूलों में गेस्ट के हटने से खाली समाज विज्ञान, गणित और हिंदी के खाली पदों पर वर्क लोड के आधार पर अन्य स्कूलों से मास्टरों की व्यवस्था करें। पत्र के अनुसार सभी खंड शिक्षा अधिकारी तीस जून शाम तक हर हाल में अस्थायी आंतरिक तबादलों के जरिए शिक्षकों की नियुक्ति कर रिपोर्ट निदेशालय को भेज दें ताकि उचित कदम उठाए जा सकें। निदेशक ने निर्देश दिए हैं कि शिक्षकों की कमी के चलते बच्चों की पढ़ाई बाधित नहीं होनी चाहिए। 
स्कूलों पर तालाबंदी करेंगी खाप पंचायतें 
कड़े निर्णयों के लिए विख्यात हरियाणा की खाप पंचायतें गेस्ट के समर्थन में खुल कर उतर आई हैं। खापों ने पहली जुलाई से स्कूलों पर तालाबंदी का ऐलान किया है। खाप पंचायतों के प्रतिनिधियों के साथ बच्चों के अभिभावक भी स्कूलों पर ताला जड़ने के दौरान मौजूद रहेंगे। खाप पंचायतें नौकरी से निकाले गए गेस्ट की बहाली की मांग कर रही हैं। इससे पहले बच्चों के अभिभावक और स्कूल प्रबंधन समितियां मई महीने में प्रदेश के कई स्कूलों पर ताले लगा चुकी हैं।                                                                                                         dj6:18

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