चंडीगढ़ : आज सरप्लस गैस्ट टीचर्स की याचिका पर जस्टिस अमित रावल की सिंगल बेंच में सुनवाई हुई। सिंगल बेंच ने गैस्ट टीचर्स के वकील से पूछा कि, "आपने जस्टिस सूर्यकांत वाली डबल बेंच का 28 मई 2015 का ऑर्डर सिंगल बेंच से क्यों छुपाया ? अपने केस के साथ वो ऑर्डर क्यों नही लगाया ? क्योकिं उस ऑर्डर में गैस्ट टीचर्स के खिलाफ कड़ी ऑब्जर्वेशन/टिप्पणी दी गई है इसलिए।" जिस पर गैस्ट टीचर्स के वकील को कोई जवाब नही देते नहीं बना। फिर गैस्ट के वकील ने कहा कि कई स्कूल हेड ने लिख कर दिया है कि उनके स्कूल में अब भी वर्कलोड है तो बेंच ने कहा कि, "टीचर्स के पद स्कूल अनुसार नहीं देखे जाते बल्कि स्टेट बेस पर देखे जाते है और वर्कलोड तो मेरे पास भी बहुत है। मुझे इस केस के सब फैक्ट पता है, आप ट्रेप में नहीं ले सकते।" गैस्ट टीचर्स के वकील के थोड़ा जोर देने पर बेंच ने कहा कि, "आप आज ही इस केस पर बेंच का फैसला सुनना पसन्द करेंगे या 6 जुलाई तक अडजर्नमेंट लेना पसन्द करेंगे।" जिस पर गैस्ट टीचर्स के वकील ने भारी मन से 6 जुलाई तक सुनवाई स्थगित करवाने की पसन्द चुनी। अब 6 जुलाई को इस केस की सुनवाई मेन केस सीमा देवी के साथ होगी। आज सरप्लस गैस्ट टीचर्स ने एक और केस भी डाला हुआ था जो जस्टिस दया चौधरी की बेंच में सुनवाई के लिए लगा लेकिन उस बेंच ने भी वो केस जस्टिस अमित रावल की बेंच को रेफर कर दिया। उस केस में भी गैस्ट टीचर्स ने एक नया सीनियर वकील किया हुआ है। अब तक गैस्ट टीचर्स की तरफ से 7 टॉप सीनियर वकील आ चुके हैं और जूनियर की संख्या तो 70+ हो चुकी है जबकि पात्र अध्यापक संघ के बिजेंद्र कुमार की तरफ से वकील जगबीर मलिक पात्रों की जबरदस्त पैरवी केस में कर रहा है। आज भी सुनवाई में पात्रों के वकील जगबीर मलिक ने नई भर्ती के 28 जून को जारी हुए विज्ञापन को बेंच को दिखाते हुए कहा कि इसमे आवेदन के लिए दिए गए 21 अगस्त से 21 सितम्बर तक का लम्बा समय किस लिए दिया गया है। उसने इससे भर्ती में 3 महीने की बेवजह देरी होने का सवाल उठाया तो बेंच ने सरकारी वकील से आगामी 6 जुलाई को ये बताने को कहा कि आवेदन के लिए 21 सितम्बर तक का वक्त क्यों दिया गया है और 28 जून से 21 अगस्त के दौरान भर्ती पर क्या काम होगा इसका ब्यौरा भी कोर्ट में 6 जुलाई को दो। dj6:01
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