कैथल : हरियाणा सरकार ने शिक्षा विभाग के सेवा नियम-2012 में प्रमोशन की शर्तोंं के चलते हजारों अध्यापकों की पदोन्नति प्रभावित हो गई है। इस समस्या पर विचार विमर्श करने के लिए सोमवार को विज्ञान व गणित अध्यापकों की एक बैठक उधम सिंह पार्क कैथल में हुई। हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के जिला कार्यालय सचिव तरसेम सिंह ने कहा कि मास्टर/मिस्ट्रेसिज व सीएंडवी अध्यापकों की प्राध्यापक के पद पर पदोन्नति में विषय की शर्त लगा देने से हजारों अध्यापक विशेष कर विज्ञान और गणित के अध्यापक पदोन्नति से वंचित रह जाएंगे।
विज्ञान अध्यापक सुरेंद्र खुराना ने कहा कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा एक और तुगलकी फरमान जारी कर नए सेवा नियमों का हवाला देते हुए योग्य अध्यापकों को भी अयोग्य बना कर पदोन्नति से वंचित कर दिया है। अब क्योंकि विज्ञान के सभी विषय प्रैक्टिकल के विषय होने के कारण प्राइवेट एमएससी नहीं की जा सकती, इसलिए विज्ञान अध्यापक इन नए फरमानों के चलते कभी भी पदोन्नति नहीं पा सकता। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि समय रहते पदोन्नति में विषय की शर्त को नहीं हटाया जाता तो पदोन्नति से वंचित अध्यापक कोर्ट में जाने को मजबूर होंगे। इस मौके हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के जिला प्रधान सतबीर गोयत ने भी विचार रखे।
वित्तायुक्त एवं शिक्षा सचिव टीसी गुप्ता ने हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया है कि पदोन्नति में विषय की शर्तें को हटाने के लिए प्रपोजल बना कर जल्द ही सरकार को भेजी जाएगी। dt
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