मुख्यमंत्री भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला द्वारा रखी गई स्कूलों की अपग्रेडेशन संबधी मांग का जवाब दे रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी सूरत में स्कूलाें को अपग्रेड नहीं किया जा सकता। क्यों कि वोटों के लिए स्कूलों का व छात्रों का इस्तेमाल न हो। वोटों के कारण ही स्कूल अपग्रेड होते आए हैं। जिसका हाल यह हुआ कि पिछले आठ सालों में स्कूलों का रिजल्ट 15 से 20 फीसदी ग्रेड मार्क्स देकर बढ़ाकर दिखाया जाता रहा। अब पहली बार असली रिजल्ट आया तो रिजल्ट प्रतिशत 34 फीसदी निकला। जांच की गई तो पता चला कि सरकारें अपने फायदे के लिए सालों से ऐसा कर रही है। अब मंथली टेस्ट में छात्रों के नम्बर लाने की जिम्मेवारी अध्यापकों पर है।
मुख्यमंत्री ने पूर्ववर्ती सरकारों की नीतियों को कटघरे मे खड़ा करते हुए कहा कि उनकी वजह से आज प्रदेश के युवा परेशान हैं। कांग्रेस व इनेलो की सरकारों ने भाई भतीजावाद को अपना कर कर्मचारियाें की भर्ती की, जिस पर उच्च न्यायलय ने भी संज्ञान लिया है। उन्होंने कहा है कि उनकी सरकार कानून का सम्मान करेगी और उनकी सहानुभूति अतिथि व कंप्यूटर अध्यापकों के साथ है। au
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