गुहला चीका : राज्य सरकार की ओर से रविवार 25 जनवरी को सरकारी स्कूलों में मतदाता दिवस मनाए जाने के आदेशों से मास्टर जी गुस्से में हैं। उनका कहना है कि सरकार को कोई आयोजन के लिए छुट्टी का ही दिन क्यों सूझता है। अध्यापकों का उलाहना है कि उनके घर परिवार के निजी काम जो उन्होंने छुट्टी वाले दिन करने होते हैं, जोकि पीछे छूट जाते हैं। अध्यापकों का कहना है कि जन जागरण के काम अच्छी बात है, लेकिन आयोजन के लिए वर्किंग डे ही चुनना चाहिए।
हरियाणा राजकीय अध्यापक संघ के प्रदेश चेयरमैन कुलभूषण शर्मा व वरिष्ठ अध्यापक नेता सुक्खा सिंह ने आज अध्यापकों की बैठक में सरकार के आदेशों को गैर तार्किक करार दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि आए दिन किसी ना किसी कार्यक्रम का बहाना लेकर अध्यापकों को छुट्टी वाले दिन स्कूल में मौजूद रहने के लिए बाध्य किया जा रहा है। लगातार की ड्यूटी से अध्यापक व बच्चे उब जाते हैं। जिससे पढ़ाई की गुणवत्ता भी प्रभावित हो रही है।
शिक्षकों में रोष
चंडीगढ़ : राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ, हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष विनोद ठाकरान, महासचिव दीपक गोस्वामी, राज्य उपप्रधान नीरज सांगवान, तरुण सुहाग, राजेंद्र सुरकी ने शिक्षा विभाग पर आरोप लगाया कि सरकार उनकी छुट्टियों को खत्म कर रही है। महासचिव गोस्वामी के मुताबिक शिक्षा विभाग सरकारी छुट्टियां रद्द किये जाने से शिक्षकों में भारी रोष है। dt
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