** खराब रिजल्ट के कारण 5 सितंबर का कार्यक्रम हुआ रद्द, राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए देरी से भेजे नाम
चंडीगढ़ : भाजपा राज में इस बार शिक्षकों का सम्मान ही नहीं हुआ। शिक्षक दिवस के मौके पर हर साल राजभवन में होने वाला सम्मान समारोह इसलिए टाल दिया गया, क्योंकि इस बार स्कूलों के रिजल्ट बहुत ही खराब आए थे। हालांकि सरकार ने हरियाणा के दो शिक्षकों को राष्ट्रीय अवार्ड दिलवाने की कोशिश की, लेकिन उसमें भी पहले प्रोसिजर ही पूरा नहीं किया गया और बाद में प्रोसिजर पूरा करने में ही इतनी देरी हो गई कि अवार्डियों की लिस्ट फाइनल हो चुकी थी। इसलिए हरियाणा से एक भी शिक्षक को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान नहीं मिल पाया। शिक्षा विभाग के सूत्रों ने बताया कि शिक्षक दिवस राष्ट्रीय पुरस्कार की सिफारिश करने के लिए विभागीय स्तर पर जो कमेटी बनाई गई उसमें केंद्र सरकार के प्रतिनिधि को शामिल नहीं किया। इसलिए कमेटी की ओर से भेजे गए दो नामों पर केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय ने यह कहते हुए आपत्ति लगा दी कि कमेटी में केंद्र सरकार के प्रतिनिधि को शामिल नहीं किया गया है। इधर, शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा का कहना है कि राष्ट्रीय अवार्ड के लिए राज्य सरकार की ओर से दो नाम भेजे गए थे, लेकिन वे शायद उनके नार्म्स के अनुसार नहीं थे। उन्होंने कहा कि अब 25 सितंबर को पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जन्मदिवस पर पंचकूला में उससे भी बड़ा कार्यक्रम करेंगे। db
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