रेवाड़ी : 9 दिन की चुनावी भागदौड़ के बाद मंगलवार को एक झटके में सब थम गया। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सरकार ने फिलहाल आगामी आदेशों तक चुनावी प्रक्रिया को 'होल्ड' करने के आदेश जारी कर दिए हैं। यानी चुनाव 4 अक्टूबर से नहीं होंगे और ही इससे पहले नामांकन या अन्य चुनावी गतिविधियां होंगी।
पंचायत चुनाव अब कब से होंगे, इसके लिए भी कोई निर्देश नहीं। तमाम बातों पर गौर करें तो इससे चुनावी रुझान अपने पक्ष में करने के लिए जोर आजमा रहे उम्मीदवारों की उम्मीदों को भी करारा झटका लगा है। इधर अधिकारियों के चुनावी ड्यूटी में व्यस्त होने के कारण लोगों के काम तक रुके रहे। वहीं डेटशीट जारी होने के बाद भी बोर्ड एग्जाम को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है।
नोमिनेशनफॉर्म, आरआे बीडीपीओ ऑफिस में
सरकार की ओर से ये तो स्थिति स्पष्ट नहीं है कि आगे यही नामांकन मान्य होंगे या नए सिरे से आवेदन करना होगा। मगर फिलहाल जिला परिषद पंचायत समिति के भरे जा चुके नामांकन पत्रों को चुनाव अधिकारी, जबकि पंच-सरपंचों के नामांकन पत्र बीडीपीओ ऑफिस में सुरक्षित रखने के आदेश हैं।
नहीं आए हैं सरकारी ऑर्डर : बाेर्ड पीआरआे
"एग्जामके लिए डेटशीट तो जारी हो चुकी है, मगर ये एग्जाम इसी शेड्यूल पर होंगे ये अभी कंफर्म नहीं है। चुनाव स्थगित होने के बाद इस बारे में सरकार से कोई ऑर्डर नहीं मिले हैं। उम्मीद है कल स्थिति स्पष्ट हो पाए।"-- मीनाक्षी शारदा, पीआरओ, एचबीएसई, भिवानी।
रुके रहे काम : ऑफिसर रहे चुनावी ड्यूटी पर
पंचायत चुनाव के प्रथम चरण की नॉमिनेशन प्रक्रिया 14 सितंबर से शुरू हुई थी। इसमें प्रशासन के आला अधिकारी पूरी तरह व्यस्त रहे। एडीसी जिप नॉमिनेशन में ही व्यस्त रहे तो तहसीलदार भी चुनावी ड्यूटी के कारण दफ्तर से बाहर रहे। ऐसे ही अन्य अधिकारी भी चुनाव में ही लगे रहे। इस कारण लोगों के आम दिनाें में होने वाले काम पूरी तरह प्रभावित रहे। लोगों की शिकायतें सुनने के लिए अधिकारियों के पास समय नहीं रहा। इस लिहाज से जहां अधिकारी एक बार व्यस्त होते, वहीं अब दोबारा चुनावी प्रक्रिया जब शुरू होगी तो अधिकारी फिर से व्यस्त होंगे।
पढ़ाईप्रभावित : एग्जाम को लेकर असमंजस
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (एचबीएसई) की ओर से बोर्ड सेमेस्टर एग्जाम की डेटशीट जारी कर दी गई। डेटशीट के हिसाब से एग्जाम 29 सितंबर से शुरू होने हैं। लेकिन जब से चुनावी घोषणा हुई है, तब से ही एग्जाम को लेकर बोर्ड अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। अधिकारियों तक को नहीं पता कि एग्जाम इस तिथि पर होंगे या नहीं। इधर डेटशीट जारी होने के बाद से ही बहुत से स्कूलों में कक्षाएं ही नहीं लग रही, बच्चों को घर बैठकर तैयारी के लिए कहा गया है। कहीं कक्षाएं लग रही हैं तो वहां कई स्कूलों के शिक्षक तो चुनावी ड्यूटी पर भी हैं। हसला पूर्व राज्य प्रधान अनिल यादव का कहना है कि बच्चे तक गंभीरता से तैयारी नहीं कर पा रहे। शिक्षकों में भी असमंस है कि वे रिवीजन कराएं या अगले सेमेस्टर की पढाई शुरू कराएं।
शुरू होने के बाद रुका नामांकन, नहीं हुई छंटनी
दूसरेचरण की नामांकन प्रक्रिया मंगलवार से शुरू होनी थी। इसी दिन प्रथम चरण के नामांकन पत्रों की जांच का काम भी होना था। बात रेवाड़ी जिला की करें तो यहां खोल नाहड ब्लॉक के नोमिनेशन होने थे। नामांकन शुरू भी हुए, मगर सरकारी आदेश आते ही बीच में रोक दिए गए। इस दिन खोल ब्लॉक से 2 सरपंच 2 पंच तथा खोल ब्लॉक से सरपंच पद के 5 नामांकन भरे गए। नोमिनेशन फॉर्म की जांच के लिए भी उम्मीदवार पहुंचते रहे, मगर 3 बजे तक इंतजार के बाद इसे भी इलेक्शन कमीशन के आदेश के बाद छंटनी शुर नहीं हो सकी। db
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.