महेंद्रगढ़ : प्रदेश के सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी अब लाइट न रहने पर भी एजुसेट पर पढ़ाई करेंगे। इसके लिए शिक्षा निदेशालय शिक्षा सदन पंचकूला ने प्रदेश के सरकारी स्कूलों के प्राचार्यों और मुख्य अध्यापकों को बैटरी और यूपीएस खरीदने के निर्देश जारी कर दिए हैं। ये व्यवस्था उन्हीं स्कूलों में लागू होगी जहां पर एजुसेट चालू हालत में हैं।
प्रदेश में इस समय कुल 8934 एजुसेट लगे हुए हैं जिनमें से 5579 एजुसेट बिना बैट्री और यूपीएस के हैं। इन स्कूलों के एजुसेट सीधा मुख्य लाइन से जोड़ा गया है। इससे विद्यार्थियों को पढ़ाई का काफी नुकसान हो रहा था। गांवों में लाइट कम आने के कारण कई-कई दिन में लाइट नहीं रहती थी जिस कारण विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित हो रही थी। विद्यार्थियों का एजुसेट सिस्टम सुचारु रूप से जारी रहे इसके लिए शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने एजुसेट इंजीनियर को निर्देश दिए हैं। एजुसेट सिस्टम द्वितीय सेमेस्टर शुरू होने से पूर्व ही खरीद लिए जाएंगे ताकि द्वितीय सेमेस्टर में विद्यार्थियों को इसका फायदा मिल सके। स्कूलों में 2007 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने एजुसेट सिस्टम शुरू किया गया था। सरकार द्वारा सिस्टम लगाने का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को पिक्चर दिखाकर कर उनको समझाने का था। उस समय बहुत स्कूलों में एजुसेट सिस्टम तो चालू किया था।
"निदेशालय पंचकूला से उनके पास मेल पर लेटर आया है। इसमें स्कूलों में नई बैटरी और यूपीएस खरीदने के लिए कहा गया है। ये लेटर जिले के पांचों बीईओ को मेल कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि जो कंडीशन लेटर में दी गई हैं उसी के अनुरूप बैटरी और यूपीएस खरीदे जाएं।"-- संतोष तंवर,जिला शिक्षा अधिकारी au
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