** शिक्षा विभाग के अधिकारी बोले-मामला नॉलेज में नहीं
रेवाड़ी/ धारूहेड़ा : राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय धारूहेड़ा में मास्टर का एक पद, भरा है, खाली है और ही शिक्षक की कहीं कोई बदली की जा सकती है। सुनने में अजीब है, लेकिन ये हकीकत है। यह स्थित पैदा हुई है पिछले 5 साल से भी अधिक समय से एक शिक्षक के अबसेंट चलने के कारण।
सालों से यह शिक्षक स्कूल से लापता चल रहे हैं। दिलचस्प बात यह है कि इतने समय तक स्कूल से अनुपस्थित रहने के बावजूद शिक्षा विभाग द्वारा तो शिक्षक को टर्मिनेट किया गया और ही कोई नोटिस भेजा गया है। जबकि शिक्षक की लंबे समय से अनुपस्थिति की रिपोर्ट हर माह विभाग के पास भेजी जा रही है। जबकि विभागीय अधिकारी बोलते हैं उन्हें शिक्षक के अबसेंट होने की जानकारी नहीं है।
पद रिक्त नहीं, स्कूल कैसे मांगे शिक्षक
इसस्कूल में 22 शिक्षकों का स्टॉफ है, इनमें यह विज्ञान विषय का शिक्षक भी शामिल है। जो कि उस समय यह शिक्षक छठी से 10वीं तक कक्षा को पढ़ाता था। अब स्कूल में मौजूद एक विज्ञान शिक्षिका को ही सभी कक्षाओं में पढ़ाना पड़ रहा है, जिससे निश्चित तौर से बच्चों की पढाई पर असर पड़ रहा है। शिक्षक को टर्मिनेट नहीं किए जाने से यह पद रिक्त नहीं है। इस कारण यहां नए शिक्षक की नियुक्ति नहीं हो सकती। यदि इस शिक्षक को टर्मिनेट किया जाए तो स्कूल इसकी जगह नए शिक्षक की नियुक्त की मांग कर सकता है।
जांच के बाद कार्रवाई: डीईईओ
"शिक्षकके अबसेंट चलने का मामला उनकी नॉलेज में नहीं है। यदि ऐसा है तो इसकी फाइल मंगाई जाएगी। फाइल जांचने के बाद ही आगे कार्रवाई की जा सकती है।"-- आरएससांगवान, डीईईओ, रेवाड़ी।
कई बार लिखे पत्र : प्रिंसिपल
"शिक्षकके 5-6 साल से स्कूल में नहीं पहुंचने को लेकर विभाग को कई बार पत्र भेजे गए हैं। सीएम फ्लाइंग काे भी लिखित में शिकायत दी गई थी, लेकिन कोई जवाब नहीं आया है।"-- देशराज शर्मा, प्राचार्य।
सीएम फ्लाइंग के पास रिपोर्ट, स्टाफ स्टेटमेंट भी जा रही है
सरकारी कर्मचारियों की संख्या उपस्थिति पर विशेष निगरानी के लिए सरकार की ओर से पहुंचने वाली सीएम फ्लाइंग तक को शिक्षक के 5 साल से अधिक समय से अनुपस्थित चलने की जानकारी दी जा चुकी है। बाकायदा स्कूल प्रिंसिपल ने सीएम फ्लाइंग को इस बारे में लिखित में भी दिया, लेकिन यहां भी मामला नोटिस में आने के बावजूद कार्रवाई शून्य रही। इतना ही नहीं स्टॉफ की हाजिरी के लिए रखे गए रजिस्टर में इस अध्यापक का नाम भी हर माह दर्ज होता है। अटेंडेंस के लिए खाली रहने वाले कॉलम को 'अबसेंट विदाउट इंफॉरमेशन' लिखकर भरा जाता है। स्टाफ स्टेटमेंट की यह रिपोर्ट हर माह विभाग को भेजी जाती है। समस्या यहां भी कि विभाग को दी जाने वाली रिपोर्ट में ये पद खाली होने की बजाय शिक्षक की नियुक्ति ही जाती है। db
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