.

.

Breaking News

News Update:

How To Create a Website

*** Supreme Court Dismissed SLP of 719 Guest Teachers of Haryana *** यूजीसी नहीं सीबीएसई आयोजित कराएगी नेट *** नौकरी या दाखिला, सत्यापित प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं *** डीडी पावर के लिए हाईकोर्ट पहुंचे मिडिल हेडमास्टर *** बच्चों को फेल न करने की पॉलिसी सही नहीं : शिक्षा मंत्री ***

Sunday, 13 September 2015

विद्यार्थी निकले सच्चे, परीक्षा जांच में हुआ गड़बड़झाला

** दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालयकी टीम ने दोबारा जांची कॉपी
सोनीपत : पहले जो विद्यार्थी फेल थे अब वहीं विद्यार्थी पास हो गए हैं यही नहीं पहले मेरिट प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को झटका लगा है वे अब निचले स्तर पर पहुंच गए हैं। यह कमाल दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में उत्तर पुस्तिका की दोबारा जांच में हुआ है। इसी के साथ उत्तर पुस्तिका जांच में लापरवाही बरतने के जो आरोप विवि कैंपस के विद्यार्थियों ने लगाए थे वे आखिरकार सही पाए गए हैं। 
यह है पूरा मामला 
मई-जून में आयोजित विवि के सेमेस्टर एग्जाम के जुलाई-अगस्त में जांचे गए पेपरों का है। ये पेपर निजी कॉलेजों में जांचे गए थे। जिसमें बहुत बड़ी संख्या में विवि कैंपस के विद्यार्थियों को फेल बताया गया था, लेकिन वहीं दूसरी ओर निजी कॉलेजों का परीक्षा परिणाम सुधरा था। विवि कैंपस के विद्यार्थियों ने पेपर जांच में धांधली की बरतने की आरोप लगाते हुए कक्षाओं का बहिष्कार किया और पेपर जांच की मांग की। विवि ने विद्यार्थियों के गुस्से को देखते हुए दोबारा से पेपरों की जांच करवाई। विवि के वरिष्ठ प्राध्यापकों की टीम द्वारा करवाई गई जांच में यह बात सही पाई गई कि पेपर जांच में गड़बड़ी है। विशेष रूप से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में सबसे ज्यादा गड़बड़ी मिली है। जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट विवि के परीक्षा नियंत्रक एवं कुलपति को सौंप दी है। 
विवि है बॉस कुछ भी ले सकता है फैसला 
परीक्षा परिणाम में बदलाव की स्थिति को लेकर पीएम कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के चेयरमैन डॉ. विजयपाल नैन का कहना है कि विवि बॉस है कुछ भी फैसला ले सकता है, लेकिन विवि को यह प्रक्रिया तब अपनानी चाहिए थी जब कॉपियो की जांच हो रही थी। नुकसान विद्यार्थियों को उठाना पड़ेगा। 
हिंदू संस्था ने भी की थी शिकायत 
उत्तर पुस्तिका जांच मामले में हिंदू शिक्षण संस्था के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने विवि को शिकायत दी थी। जिस पर विवि प्रशासन ने ठोस कार्रवाई का आश्वासन दिया गया था। 
सोमवार को करेंगे स्थिति स्पष्ट 
परीक्षा नियंत्रक डॉ. एमएस धनखड़ ने जांच रिपोर्ट का खुलासा नहीं किया ना ही बताया कि अब विवि क्या कदम उठाएगा। उन्होंने इतना भर कहा कि विद्यार्थियों की मांग पर दोबारा से कापियों की जांच करवाई गई। वे सोमवार को स्थिति स्पष्ट करेंगे।                                                                db

No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.