नई दिल्ली : केन्द्र सरकार ने अब काम में सुस्ती बरतने वाले नौकरशाहों पर लगाम कसने की तैयारी कर ली है। सरकार ऐसे अधिकारियों को उनके प्रदर्शन के आधार पर रिटायर करने की तैयारी कर रही है। इसके लिए प्रदर्शन को आधार बनाया जाएगा।
कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) ने इस संबंध में नोटिस जारी कर दिया है। नोटिस के अनुसार सालाना अप्रेजल में फेल होने पर अधिकारी को तीन महीने का नोटिस देकर रिटायर कर दिया जाएगा। अब 30 साल की नौकरी या 50 साल की उम्र के बाद प्रमोशन के लिए परफॉर्मेंस रिव्यू किया जाएगा। इसमें फेल होने पर उनकी छुट्टी कर दी जाएगी। यह नोटिस सभी मंत्रालयों को भेजा जा चुका है। इसके साथ ही प्रदर्शन के आधार पर ही सरकारी कर्मचारियों को प्रमोशन और छुट्टी मिलेगी।
भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे नौकरशाह अनुशासनात्मक अफसरों से क्लीनचिट मिलने के बाद पहले की प्रोन्नति और बाद के लाभ हासिल कर सकेंगे। इन लोगों ने ऐसे आईएएस की प्रोन्नति की तारीख के संबंध में स्पष्टीकरण मांगा था जो डीपीसी की बैठक के समय भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे होते हैं, लेकिन बाद में उन्हें दोषमुक्त कर दिया जाता है। hb
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