हिसार: सरकारी कॉलेजों में सीटें बढ़ाने को लेकर शिक्षामंत्री रामबिलास
शर्मा के आदेश तो जारी हो गए, लेकिन नोटिफिकेशन जारी नहीं होने के कारण
कॉलेज प्रशासन असमंजस में हैं। ऐसे में 26 हजार से ज्यादा युवाओं की आंखें
सरकार के नोटिफिकेशन पर टिकी हुई है। वहीं छात्र संगठन कॉलेज में सीटें
बढ़ाने को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे है। मगर, कोई हल होता नजर नहीं आ
रहा है।
हर साल बढ़तीं 10 प्रतिशत सीटें
हर साल सरकारी व निजी कॉलेजों में
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के आदेशों पर दस प्रतिशत सीटें बढ़ाई जाती है।
विश्वविद्यालयों के पास छात्रों को बैठाने की जगह नहीं होने के बावजूद भी
सीटें बढ़ाई जाती है। राजकीय कॉलेज में सीटें लगातार दस प्रतिशत बढ़ती रही
है। मगर, कभी सरकार के नुमाइंदे ने आकर नहीं देखा कि कुछ विषयों की कक्षाएं
पेड़ के नीचे लगाई जाती है। आज तक किसी ने इस संबंध में कोई कदम नहीं
उठाया। पिछले दिनों ग्रांट मिलने के बाद ही सीटें कॉलेज प्रशासन ने नया भवन
बनाने की कवायद शुरू की है। यदि 20 प्रतिशत सीटें बढ़ती है तो कॉलेज के
भवन कम ही पड़ते नजर आएंगे।
पिछले दो साल में 15 हजार से
ज्यादा आवेदन बढ़े 1कॉलेजों में पिछले दो सालों से 15 हजार से ज्यादा
छात्रों ने आवेदन किया है। दो साल पहले तक 20 हजार से 22 हजार के करीब
छात्र कॉलेजों में आवेदन करते थे। मगर, पिछले दो सालों में अकेले राजकीय
कॉलेज में 15 हजार के करीब आवेदन आ रहे है। जिस गति से यह ग्राफ बढ़ रहा है
और बेसिक विषयों को लेकर मांग बढ़ रही है। इसकी संख्या बढ़ने वाली है।
"शिक्षामंत्री
ने भले ही घोषणा की हो मगर कोई पत्र हमें प्राप्त नहीं हुआ है। बिना पत्र
के सीटें नहीं बढ़ाई जा सकती है।'-- एमएस मांझू, प्रिंसिपल, राजकीय कॉलेज। dj
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