** स्टेट अवार्ड के लिए जिले से आए थे चार आवेदन, खामियों के चलते सभी आवेदन हुए रिजेक्ट
फतेहाबाद : हर साल शिक्षा विभाग उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों को
राज्य पुरस्कार देता है। पिछले साल की तरह इस बार भी जिले की झोली खाली
रहेगी। इस साल जिले भर से इस अवार्ड के लिए चार फाइलें जिला शिक्षा
कार्यालय में आई थीं, लेकिन कोई शिक्षक मानकों पर खरा नहीं उतर पाया।
इसलिए विभाग ने चारों ही फाइलें रिजेक्ट कर दी हैं। जिले के लिए यह
निराशाजनक स्थिति वर्ष 2010 के बाद से लगातार बनी हुई है। वर्ष 2010 का
अवार्ड हिजरावां खुर्द के प्राइमरी हेड देवेंद्र सिंह दहिया को राज्य
पुरस्कार मिला था। इसके बाद यह पुरस्कार किसी को नहीं मिल पाया है। बता दें
कि इस पुरस्कार के लिए विभाग की तरफ से कुछ मानक तय किए हैं। आवेदन करने
वाले शिक्षक को अपनी पूरी फाइल जमा करवानी पड़ती है। उसके आधार पर 100 नंबर
तय किए जाते हैं। इनमें से 50 अंक लेना जरूरी है। यानी 50 अंक लेने वाले
शिक्षक की रिपोर्ट ही राज्य पुरस्कार के लिए भेजी जाएगी। पिछले साल तीन
फाइलें आई थीं, जोकि तीनों ही रिजेक्ट हो गईं।
.. और कई खामियां
राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला प्रधान विकास
टुटेजा ने कहा कि मौजूदा नियमों के मुताबिक स्टेट अवार्ड लेना काफी कठिन
है। ऐसा नहीं है कि शिक्षकों के काम में कोई कमी रहती है, बल्कि शर्तें
बहुत कठिन है। 1पहले पांच साल की एसीआर देखी
जाती थी, जबकि अबकी बार दस साल की ए प्लस एसीआर मांगी गई है। यदि ए प्लस
एसीआर नहीं है तो वह आवेदन ही नहीं कर सकता। हम चाहते हैं कि नियमों में
थोड़ा
सुधार किया जाए। इसके लिए हम निदेशालय को पत्र लिखेंगे। dj
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