** रेवाड़ी की महिला ने शिक्षा विभाग से नाम, पते और फोन नंबर का ब्योरा मांगा
** विभाग ने सूचना नहीं दी तो महिला ने फर्स्ट अपील की, बीईओ बोले- अधिकार क्षेत्र से बाहर का मामला
हांसी : सूचना के अधिकार (आरटीआई) का इस्तेमाल आमतौर पर विभिन्न विभागों की जनहित से जुड़ी जानकारियां मांगने के लिए किया जाता है। लेकिन इसका इस्तेमाल लोग अब निजी जिंदगी से जुड़े अहम फैसलों के लिए भी करने लगे हैं। ऐसा ही एक मामला रेवाड़ी में सामने आया है। यहां पंजाबी समुदाय की एक गृहिणी आरटीआई के माध्यम से अपनी बहन के लिए दूल्हे की तलाश कर रही है। इसलिए उसने शिक्षा विभाग से समाज के सभी अविवाहित लड़कों के संबंध में जानकारी मांगी है। दरअसल, रेवाड़ी के आनंद नगर निवासी इस महिला के मामा की लड़की अविवाहित है। वह जेबीटी टीचर है और एक टीचर से ही शादी करना चाहती है। उसकी शादी के लिए सभी रिश्तेदार 5 साल से वर की तलाश कर रहे हैं। लेकिन अभी तक कोई योग्य लड़का नहीं मिला। अब परेशान होकर महिला ने हरियाणा शिक्षा विभाग में आरटीआई लगाकर पंजाबी समाज के अविवाहित शिक्षकों की लिस्ट मांगी है। इतना ही नहीं, उसने सभी पीआरटी, टीजीटी पीजीटी टीचर्स के नाम, पता और मोबाइल नंबर का भी ब्योरा मांगा है, ताकि लड़के के बारे में पूरी जानकारी ली जा सके।
हालांकि, विभाग के अधिकारी कह चुके हैं कि वह इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दे सकते। लेकिन बावजूद इसके महिला ने विभाग में फर्स्ट अपील की है। अब भी अिधकारी यह जानकारी देने में बच रहे हैं। हांसी के बीईओ डॉ. सुभाष चंद्र वर्मा ने कहा कि यह कर्मचारियों की व्यक्तिगत जिंदगी का मामला है। हमारे अधिकार क्षेत्र से बाहर है। हम जानकारी नहीं दे सकते। db
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