कैथल : गांव टीक के राजकीय प्राइमरी स्कूल में हैं। बच्चों की माने तो उनका मच्छरों के काटने से इतना बुरा हाल है कि बुखार आ रहा है और कई बच्चों को मच्छर के काटने खुजली तक हो चुकी हैं। छोटे-छोटे बच्चों को मजबूरी में क्लास स्कूल की गली में लगानी पड़ रही है। उनकी इस समस्या पर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा ध्यान देने की बजाय हाथ पे हाथ धरे बैठा है।
अभिभावकों में भी प्रशासन व विभाग के प्रति रोष है। स्कूली बच्चों का कहना है कि साहब जी मच्छर बहुत काटते हैं, जरा फोगिंग करवा दो। अभिभावकों ने बताया कि स्कूल में सुबह 7 बजे से बच्चे स्कूल पहुंचने शुरू हो जाते हैं और दिन के 11 बजे तक कोई लाइट भी नहीं आती। इस कारण बच्चों को कमरों में और बरामदों में मच्छर काटते हैं। बरसात के मौसम के कारण आजकल टीक के ही स्कूल में ही नहीं बल्कि अधिकतर सभी स्कूलों में यही हाल है।
कभी-कभी तो गर्मी और धूप अधिक होने के कारण कई बार तो बाहर भी क्लास नहीं लगा पाते। प्राइमरी स्कूल की हेड टीचर बिमला देवी, अध्यापक अशोक कुमार , राजेश कुमार, नरेश कुमार, नरेश वर्मा आदि ने बताया कि उन्होंने स्कूल में फॉगिंग करवाने के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सम्पर्क किया था लेकिन विभाग की तरफ से कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है। आजकल मौसमी बुखार और मच्छरों के काटने के चलते स्कूली बच्चे बीमार पड़ रहे हैं। स्कूल स्टाफ सहित अभिभावकों ने जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग से स्कूल में मच्छरों की भरमार के चलते फोगिंग करवाने की मांग की है। dt
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