पंचकूला/चंडीगढ़ : शिक्षा विभाग से हटाए गए 3581 सरप्लस गेस्ट टीचर्स ने विभाग में वापसी के लिए पुन: सुप्रीम कोर्ट में एप्लीकेशन दायर कर अब अपने टर्मिनेशन ऑर्डर्स पर रोक लगाने की गुहार लगाई है। शिक्षा विभाग द्वारा किए गए रेशनेलाइजेशन में 5000 से ज्यादा रेगुलर टीजीटी शिक्षक भी सरप्लस हो गए हैं और करीबन 2000 मिडल हेड मास्टर भी वापस टीजीटी पदों पर रिवर्ट किए जाने से ये आंकड़ा 7000 के करीब पहुंच गया है। यह स्थिति सरप्लस गेस्ट टीचर्स को हटाने के बाद है।
शिक्षा विभाग ने पुष्पा कुमारी व अन्य मामले में हाईकोर्ट में दाखिल अपने जवाब में भी माना है कि अकेले टीजीटी सोशल स्टडीज विषय के ही करीब 4000 से ज्यादा रेगुलर शिक्षक भी सरप्लस है लेकिन फिलहाल वो इंग्लिश विषय पढ़ा रहे हैं क्योंकि टीजीटी इंग्लिश विषय की भर्ती अभी तक नहीं हो पाई है। विभाग द्वारा 31 मार्च 2016 की छात्र संख्या के आधार पर शिक्षकों की जरूरत के किए गए आकलन व रेशनेलाइजेशन के बाद टीजीटी गणित के 1855 स्वीकृत पदों के मुकाबले 2821 रेगुलर टीचर्स कार्यरत हैं। dt
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