कैथल : बिहार के छपरा गांव के स्कूल में मिड डे मील खाने से हुई घटना को लेकर राजौंद क्षेत्र के स्कूलों में भी बनने वाले मिड डे मील के राशन की जांच की गई। बृहस्पतिवार को खाद्य आपूर्ति विभाग की टीम ने आधा दर्जन स्कूलों में मिड डे मील का राशन चैक किया। जांच के दौरान राजकीय प्राथमिक पाठशाला व राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में अनाज के एक दो कट्टे साफ नहीं मिले, जिससे टीम ने संबधित कुकों व अध्यापकों को लताड़ लगाते हुए शीघ्र अनाज को साफ करने के निर्देश दिए। सबसे पहले टीम ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय व प्राथमिक कन्या पाठशाला तथा प्राथमिक पाठशाला में खाद्य आपूर्ति विभाग की टीम व तीनों स्कूलों की टीम के साथ मिलकर मिड डे मिल व राशन चैक किया गया।
खाद्य आपूर्ति निरीक्षण बिजेंद्र सिंह व सुरेश कुमार ने बताया कि पिछले कई दिनों से उन्हें स्कूल में बनने वाले मिड डे मील की गुणवत्ता को लेकर शिकायत मिल रही थी। जिस पर उन्होंने स्कूलों की समितियों के साथ मिलकर गुरुवार को आधा दर्जन स्कूलों का मिड डे मिल राशन चैक किया। उन्होंने मिड डे मील बनाने वाली कुकों को कहा कि बच्चों के लिए बनने वाले दोपहर के भोजन की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए, क्योंकि कई बार थोड़ी सी लापरवाही एक बड़ी घटना का कारण बन सकती है। उन्होंने मिड डे मील के गोदामों में खुले अनाज को ड्रमों में रखने के लिए निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस मौसम में अगर अनाज ड्रमों में न रखा हो तो उसमें कीड़े होने आम बात है। इसलिए अनाज को हवादार कमरों में रखना जरूरी है, ताकि उनमें कीड़े न हों। उन्होंने मिड डे मिल बनाने वाले स्थान की सफाई पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। इस दौरान ब्लाक समिति सदस्य शीशपाल शर्मा, एस एम सी सदस्य रामशरण, राजेश प्रजापत, महेंद्र, विनोद आदि मौजूद थे। ..ddt
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