** निदेशालय से पत्र जारी 1मौलिक शिक्षा महानिदेशक कार्यालय ने प्रदेश के सभी डीईईओ को पत्र (2/12-2013 पीई (6)) जारी किया है। पत्र के मुताबिक प्लान पक्ष पर कक्षा 6-8 तक के मास्टर व सीएंडवी अध्यापक व मुख्याध्यापकों का बजट 2202-जनरल एजुकेशन-01 व एलीमेंट्री एजुकेशन-101, राजकीय प्राइमरी स्कूल (95) में फुल टाइम (प्लान) में खर्च कम हुआ है। 5548 मुख्याध्यापकों के वेतन व भत्ते का भुगतान इसी हेड में से किया जाए। शैक्षणिक सत्र 2013-14 में बजट कम पड़ने पर डिमांड निदेशालय भेजें।
पानीपत : मिडिल स्कूलों में मुख्याध्यापक पद पर तैनात शिक्षकों पर अब सैलरी का संकट नहीं रहेगा। उन्हें ट्रेजरी हेड से सैलरी दिया जाएगा। बजट कम पड़ने पर डिमांड निदेशालय भेजने पर ही वेतन का पैसा खाते में आएगा। मौलिक शिक्षा निदेशालय से राजकीय मिडिल स्कूलों में मुख्याध्यापकों के पद भरे गए हैं। पदोन्नति के बाद मास्टर व सीएंडवी अध्यापकों को मिडिल हेड के पदों पर नियुक्ति की गई। शैक्षणिक सत्र 2013-14 में 5548 मुख्याध्यापक राजकीय स्कूलों में बच्चों को शिक्षित करने में जुटे हैं। रिक्त पदों को भरने के बाद शिक्षकों के वेतन व भत्तों में इजाफा हुआ। पद्दोन्नति के बाद नए वेतनमान मिलने से बजट का संकट खड़ा हो गया। वेतन फंड का फामरूला तैयार करने के लिए मौलिक शिक्षा निदेशालय के आला अधिकारियों की एक बैठक हुई। इसमें मुख्याध्यापकों के वेतन व भत्ते ट्रेजरी हेड से भुगतान करने का फैसला लिया गया।
ट्रेजरी हेड क्या है :
सरकारी खाते का पैसा ट्रेजरी से भुगतान किया जाता है। भुगतान लेने से पहले बिल पर हेड लिखना अनिवार्य होता है। हेड के कई सब टाइप भी होते हैं। मेजर हेड, सब मेजर हेड, माइनर हेड व स्कीम (प्लान व नॉन प्लान)। जिस विभाग का बिल होता है उस पर हेड व सब टाइप लिखने के बाद पैसा खाते में चला जाता है।...DJ
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