खंड के शिक्षकों ने बताया कि शिक्षा विभाग के नियमों के अनुसार विज्ञान
को गणित के साथ, संस्कृत को हिन्दी के साथ तथा एसएस को अंग्रेजी के साथ
जोड़ा गया है। इन नियमों के अनुसार विज्ञान का शिक्षक गणित, संस्कृत का
शिक्षक हिन्दी तथा एसएस का शिक्षक अंग्रेजी पढ़ाएगा। इस प्रकार आसान विषय
के शिक्षकों को कठिन विषय पढ़ाने को कहा जाएगा जोकि बहुत मुश्किल है। इससे
विद्यार्थियों की शिक्षा पर बुरा असर पड़ेगा। शिक्षकों ने बताया कि स्कूलों
में पहले प्रत्येक शिक्षक को गणित के आठ पीरियड लेने होते थे जोकि अब घटाकर
छह कर दिए गए है। इसी तरह विज्ञान के पीरियड छह से कम करके पांच कर दिए गए
है। इससे इन विषयों के शिक्षकों की पोस्ट तो कम हो जाएंगी पर इसका असर
विद्यार्थियों की पढ़ाई पर भी पड़ेगा। शिक्षकों ने शिक्षा विभाग से इन
नियमों पर पुनर्विचार करने की माग की है। ..DJ
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.