** रिजल्ट खराब रहने पर मंथन
10वीं और 12वीं का खराब रिजल्ट क्यों? इस पर मंथन के लिए गुरुवार को बुलाई गई बैठक में जिला शिक्षा अधिकारियों (डीइओ) ने शिक्षामंत्री गीता भुक्कल को खरी-खरी सुनाई। उन्होंने दो टूक कहा कि इतने कम स्टाफ में आखिर कैसे अच्छा रिजल्ट दिया जा सकता है? जो महिला शिक्षक है, वह दो-दो साल के अवकाश पर चली जाती हैं। इससे पूरा सिस्टम गड़बड़ा जाता है। अधिकारियों ने खराब रिजल्ट का ठिकारा मौजूदा व्यवस्था पर फोड़ा।
गौरतलब है कि इस बार स्कूल शिक्षा बोर्ड का 10वीं का रिजल्ट 50.79 रहा, जो पिछले साल की तुलना में 14.60 कम है। 30 स्कूल का रिजल्ट तो जीरो रहा जबकि 130 स्कूलों का परिणाम 20 प्रतिशत से भी कम था। इसकी वजह जानने के लिए ही ये बैठक बुलाई गई थी। बैठक में अधिकारी जहां अपनी दिक्कतें गिनवाते रहे वहीं शिक्षामंत्री खराब रिजल्ट के लिए उन्हें ही दोषी ठहराती रहीं। मंत्री का कहना था कि सही मॉनिटरिंग नहीं होने से यह हालात बने हैं। ..DB
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