रोहतक : रेशनेलाइजेशन के विरोध व नियमित करने की माग को लेकर आदोलन की राह पर
निकले अतिथि अध्यापकों ने अब अपनी रणनीति में व्यापक बदलाव किया है। अब
अतिथि अध्यापक जिला स्तर पर प्रदर्शन की बजाय पंचकुला स्थित शिक्षा सदन का
घेराव करेंगे। एक साथ हजारों अतिथि अध्यापकों के सामूहिक अवकाश पर रहने के
कारण स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो सकती है।
हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ के प्रदेशाध्यक्ष अरुण मलिक ने बताया कि 22
जुलाई को सामुहिक अवकाश लेकर प्रदेश के 15006 अतिथि अध्यापक पंचकुला
पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग के कुछ अधिकारियों की मनमानी के
चलते अतिथि अध्यापकों को परेशान किया जा रहा है। इसी कड़ी में जिले के अतिथि
अध्यापकों ने संपर्क पर 22 जुलाई को पंचकुला पहुचने का आह्वान किया।
कहां है कितने अध्यापक :
हिसार: 477
रेवाड़ी 502
पलवल: 870
फरीदाबाद: 880
पंचकुला 450
गुड़गांव 1020
करनाल: 660
मेवात: 1200
महेंद्रगढ़ 450
झगार: 135
पानीपत: 517
सोनीपत: 580
कैथल : 1128
कुरुक्षेत्र: 687
अम्बाला: 722
यमुनानगर: 920
भिवानी: 860
सिरसा: 934
फतेहाबाद: 1224
जींद: 672
रोहतक: 120
क्या है स्थिति : वर्तमान में प्रदेश के विभिन्न स्कूलों में 15006
अतिथि अध्यापक कार्यरत हैं। जिनमें से 6356 प्राइमरी स्कूलों में कार्यरत
है, वहीं 3105 मैथ, साइंस व सामाजिक विज्ञान अध्यापक, 2625 प्राध्यापक व
2920 भाषा अध्यापक के तौर पर कार्यरत है। प्रदेश में अतिथि अध्यापकों की
नियुक्ति का सिलसिला 21 दिसंबर से 2005 से चला आ रहा है। उसके बाद से यह
संख्या कई वर्र्षो से लगातार बढ़ती गई। ..dj
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