भिवानी : एचटेट की आंसर-की वेबसाइट पर डालने के साथ ही स्कूल शिक्षा बोर्ड में शिकायतों का अंबार लगना शुरू हो चुका है। अब तक करीब सौ शिकायतें बोर्ड के पास पहुंच चुकी है। परीक्षार्थी गलत सवालों पर ग्रेस माक्र्स मांग रहे हैं।
बोर्ड ने साइट पर जेबीटी, टीजीटी, पीजीटी तीनों की आंसर-की अपलोड की है। इनमें दिए गए जवाब को परीक्षार्थी चैलेंज कर रहे है। लेवल टू-टीजीटी सेट-ए की परीक्षा देने वाले अमरजीत ने बताया कि उसके सेट में पूछे गए पांच सवालों के जो जवाब बोर्ड विशेषज्ञ दे रहे हैं, वो गलत है। उन्होंने इस मुद्दे पर कॉलेज प्रोफेसरों तक से राय ली है। उन्होंने प्रश्न-पत्र में शामिल ५, 23, 36, 45 व 61 नंबर सवाल पर आपत्ति जताई है।
जेबीटी के इन सवालों पर विवाद :
उधर लेवल एक-जेबीटी की परीक्षा देने वाले उमाशंकर सुथार ने बताया कि उनका कोड-ए था। इसके प्रश्न-पत्र के सवाल नंबर 134 में पूछा गया था कि प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया में सम्मिलित गैस है? बोर्ड विशेषज्ञ कार्बन डाइऑक्साइड को सही ऑप्शन बता रहे हैं जबकि इंटरनेट पर ऑक्सीजन व कार्बन डाइऑक्साइड दोनों को ठीक माना गया है। सवाल नंबर 57 पर भी सुथार ने आपत्ति जताई।
पीजीटी के इन जवाबों पर आपत्ति :
लेवल तीन-पीजीटी की परीक्षा देने वाले नरेश, मंजू, बनीता, नरेंद्र ने बताया कि उनका कोड-ए था। इनके प्रश्न संख्या 30, 73, 74, 85, 109 व 121 के जो जवाब बोर्ड विशेषज्ञ ठीक बता रहे हैं, उन्हें दूसरे विशेषज्ञ गलत बता रहे है। परीक्षार्थी इन प्रश्नों पर ग्रेस माक्र्स मांग रहे हैं। शिक्षा बोर्ड के सचिव डॉ. अंशज सिंह ने कहा कि परीक्षाथियों की सभी शिकायतों की विशेषज्ञों से जांच कराने के बाद ही आगे की करवाई की जाएगी।
आरटीआई की भरमार
परिणाम के बाद परीक्षार्थियों ने आरटीआई भी की झड़ी लगा दी है। परीक्षार्थी अपनी उत्तर पुस्तिका की कॉपी मांग रहे है। औसतन हर रोज 20-25 आवेदन बोर्ड में पहुंच रहे हैं। हालांकि बोर्ड ने ५०० रुपए फीस जमा उत्तर पुस्तिका की कॉपी लेने का भी ऑप्शन रखा है। ..db
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