चंडीगढ़। हरियाणा में अध्यापकों के रेशनेलाइजेशन का काम अगले दो दिनों में पूरा हो जाएगा। शिक्षा विभाग 17 जुलाई तक रेशनेलाइजेशन की प्रक्रिया पर विराम लगाना चाहती है। इस क्रम में दो मंडलों की प्रक्रिया 15 तक पूरी हो जाएगी।
रोहतक और हिसार मंडल के शिक्षकों का लेखा जोखा तैयार कर लिया गया है। इस प्रक्रिया के तहत पीटीआई और डीपीआई भी रेशनेलाइज किए जाएंगे। शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक इस समय हरियाणा के प्राथमिक विद्यालयों में 3656 पीटीआई और 1044 डीपीआई हैं। राज्य में मिडिल स्कूल 2447, हाईस्कूल 1489 और वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय 6603 हैं। विभाग का प्रयास है कि प्रत्येक स्कूल में कम से एक पीटीआई और एक डीपीई रखा जाए, लेकिन उसके बावजूद करीब 1400 स्कूलों को समझौता करना पड़ेगा। लिहाजा डीपीई और पीटीआई के स्थानांतरण भी छात्रों की संख्या पर निर्भर करेंगे।
फिलहाल जो नीति अपनाई जा रही है उसके तहत जिस ब्लाक में जितनी पोस्ट होंगी। उसमें वरीयता नियमित महिला अध्यापक को दी जाएगी।
जिसके बाद अतिथि महिला अध्यापक को वरीयता दी जाएगी।
कक्षा एक से पांच तक 60 बच्चों पर दो शिक्षक होने चाहिए। जबकि एक से 90 बच्चों तक तीन और 91 से 120 बच्चों तक चार अध्यापक अध्यापन कार्य के लिए होने चाहिए।
•महिला शिक्षकों को दी जाएगी इस प्रक्रिया में वरीयता:
"जो शिक्षक एक ब्लाक में अधिक समय तक तैनात हैं, हम उन्हें इधर से उधर कर रहे हैं। प्राथमिकता यह है कि शिक्षक जिस ब्लाक के हैं वहीं समायोजित किए जाएं। यह प्रकिया शिक्षा के अधिकार बिल को पूरी तरह ध्यान में रखकर की जा रही है।" -डी सुरेश, निदेशक प्राथमिक शिक्षा hb
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