** काउंसलिंग में महिला टीचर्स को प्रमुखता दी जाएगी।
जींद-!- नई रेशनेलाइजेशन नीति लागू होने के बाद सरप्लस हुए शिक्षकों को अन्य स्कूलों में खाली पदों पर भेजा जाएगा। इसके लिए शिक्षकों की काउंसिलिंग जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में 1 व 2 अगस्त को होगी। डीईईओ दिलबाग मलिक ने बताया कि 1 अगस्त को जेबीटी टीचर्स व 2 अगस्त को मास्टर एंड सीएंडवी टीचर की काउंसिलिंग होगी।
कैथल : शिक्षा विभाग ने रेशनेलाइजेशन के तहत अध्यापकों की बदली करने का मन बना लिया है। पहले पड़ाव में जेबीटी अध्यापकों को रेशनेलाइजेशन के तहत स्कूलों से उठाया जाएगा। जिन स्कूलों में बच्चों के अनुपात से अध्यापक अधिक हैं, उन स्कूलों में से वरिष्ठता के अनुसार अध्यापकों को उठाया जाएगा। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार इस प्रक्रिया में काउंसलिंग की विधि अपनाई जाएगी। ताकि अध्यापकों पर भी इसका बुरा असर न पड़े।
कैथल : शिक्षा विभाग ने रेशनेलाइजेशन के तहत अध्यापकों की बदली करने का मन बना लिया है। पहले पड़ाव में जेबीटी अध्यापकों को रेशनेलाइजेशन के तहत स्कूलों से उठाया जाएगा। जिन स्कूलों में बच्चों के अनुपात से अध्यापक अधिक हैं, उन स्कूलों में से वरिष्ठता के अनुसार अध्यापकों को उठाया जाएगा। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार इस प्रक्रिया में काउंसलिंग की विधि अपनाई जाएगी। ताकि अध्यापकों पर भी इसका बुरा असर न पड़े।
काउंसलिंग के तहत अध्यापकों को रिक्त स्टेशनों की लिस्ट दी जाएगी। ताकि इस लिस्ट के आधार पर ही वह उस स्कूल का चयन कर सके, जहां वह जाना चाहता है। इस प्रकार अध्यापकों को भी अपनी मनमर्जी का स्टेशन मिलेगा।
यह काउंसलिंग जिला स्तर पर निश्चित किए गए स्कूलों में एक और दो अगस्त को होगी। काउंसलिंग के मौके पर जिला शिक्षा अधिकारी भी उपस्थित होंगे। इसके अलावा रेशनेलाइजेशन का गेस्ट टीचरों पर भी कोई बुरा असर नहीं पड़ेगा। इस विधि के तहत जिले में ही अध्यापकों को स्टेशन दिए जाएंगे। इस बारे में उप जिला शिक्षा अधिकारी रफिया राम ने कहा कि जिले में ही अध्यापकों को स्टेशन दिए जाने की योजना है। ताकि इससे अध्यापक भी प्रभावित न हो। उन्होंने जिले भर के स्कूलों से डाटा एकत्रित कर लिया था। इसे शिक्षा विभाग के अधिकारियों को सौंप दिया गया था।..db
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